जिम्बाब्वे की सत्तारूढ़ पार्टी जानू-पीएफ ने रविवार को राष्ट्रपति रॉबर्ट मुगाबे को अध्यक्ष पद से बर्खास्त कर दिया और अपने पूर्व उपाध्यक्ष एमर्सन मननगाग्वा को नया नेता नियुक्त कर दिया। बीबीसी के मुताबिक, मुगाबे ने मननगाग्वा को दो हफ्ते पहले उपाध्यक्ष पद से बर्खास्त कर दिया था, जिसके बाद असाधारण प्रकृति के घटनाक्रम शुरू हो गए, क्योंकि सेना ने मुगाबे (93) को अपनी जगह पत्नी ग्रेस को पद पर बिठाने से रोक दिया। सरकारी टीवी चैनल द्वारा प्रसारित एक बयान में कहा गया है कि राष्ट्रपति रविवार को सेना के कमांडरों से मिलने वाले थे। सैन्य कमांडरों ने बीते हफ्ते सत्ता अपने हाथों में ले ली थी। सेना के पांच दिन पहले सत्ता संभालने के बाद यह दूसरी बार आमना-सामना है। संसद में अगले सप्ताह महाभियोग की कार्रवाई शुरू होने की संभावना है। गार्जियन ने सेना के करीबी सूत्रों के हवाले से कहा कि राष्ट्रपति ने एक कैथोलिक पादरी व आजीवन मित्र से जनरलों के साथ वार्ता के लिए मध्यस्थ की भूमिका निभाने के लिए कहा है।
#UPDATE Mnangagwa replaces Robert Mugabe as ZANU-PF party chief (AFP)
— ANI (@ANI) November 19, 2017
इससे पहले मुगाबे ने इसी तरह की मध्यस्थता के प्रस्तावों को खारिज कर दिया था। मुगाबे के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने के लिए जिम्बाब्वे के हजारों लोग शनिवार को सड़कों पर उतर आए। प्रथम महिला को भी पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है।
बीबीसी के मुताबिक, मुगाबे को हटाने के फैसले की घोषणा का स्वागत हो रहा है, हालांकि इस कदम को अभी औपचारिक रूप दिया जाना है। इस फैसले से मुगाबे पर फिर से दवाब बढ़ गया है। अब उन पर राष्ट्रपति के तौर पर महाभियोग चलाने का कदम उठाया जाना है।
