यमन के दक्षिणपूर्व बंदरगाह शहर मुकल्ला में गुरुवार (12 मई) आत्मघाती बम हमलावरों समेत आतंकवादियों ने कम से कम 13 यमन सुरक्षाकर्मियों की हत्या कर दी जिसकी जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट ने ली है। सेना के एक अधिकारी ने तीन आत्मघाती बम हमलावरों का उल्लेख किया और प्रतिद्वंद्वी अलकायदा जिहादियों को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया। लेकिन आईएस ने अपने ऑनलाइन बयान में कहा कि उसके एक आतंकवादी का इस हमले के पीछे हाथ है।
यह इस शहर में आईएस का बिरला दखलअंदाजी है। इस शहर पर करीब सालभर तक अलकायदा के जिहादियों का कब्जा था जिसे पिछले ही महीने सरकारी सुरक्षाकर्मियों ने खदेड़ दिया था। आईएस ने बयान में कहा कि हमजा अल मुहाजिर (राष्ट्रपति अब्देराब्बो मैसूर) हादी के विधर्मी मिलिशिया की चौकी पर विस्फोटकों से लदी कार में धमाका करने में सफल रहा।
सैन्य अधिकारी के अनुसार हद्रमावत प्रांतीय राजधानी के पूर्वी बाहरी इलाके में इस हमले में कई सैनिक घायल भी हो गए। एक स्थानीय अधिकारी के मुताबिक यह घातक हमला प्रधानमंत्री अहमद बिन डाघर के अपने मंत्रियों के साथ मुकल्ला पहुंचने के कुछ देर पहले ही यह घातक हमला हुआ। उनकी यात्रा का उद्देश्य शहर में सरकारी संस्थानों को बहाल करना था।