एक कार से सोमवार (29 अगस्त) को अदन के सेना प्रशिक्षण केन्द्र पर किए गए आत्मघाती हमले में कम से कम 60 लोगों की मौत हो गई। इस हमले की आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ने जिम्मेदारी ली है। अदन फिलहाल यमन की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त सरकार का अस्थायी केन्द्र है। यह सरकार देश में एक साल से अधिक समय से ईरान समर्थित विद्रोहियों और जेहादियों के सामने संघर्षरत है। सुरक्षा अधिकारियों ने कहा कि हमलावर ने सोमवार सुबह विस्फोटक से लदे वाहन से उत्तरी अदन के एक प्रशिक्षण केन्द्र में सेना में शामिल नये रंगरूटों के समूह को टक्कर मारी। अधिकारियों ने कहा कि वैसे केन्द्र बंद था और नए रंगरूट अंदर मौजूद थे लेकिन हमलावर ने वाहन अंदर तब घुसाया जब दरवाजा एक डिलीवरी वाहन के लिए खुला। गवाहों ने कहा कि सेना में भर्ती हुए कुछ नए रंगरूट उस समय मलबे में दफन हो गये जब विस्फोट के बाद एक छत ढह गई।
तीन अस्पतालों के मेडिकल सूत्रों ने कहा कि हमले में कम से कम 60 लोग मारे गए और 29 अन्य घायल हुए। फिलहाल यह पता नहीं चला है कि मारे गये सभी लोग सेना के नए सदस्य थे या नहीं। अदन के अल-वाली अस्पताल के चिकित्सकों ने बताया कि सुबह हुए इस हमले में घायल लोगों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया था जिनमें से कई दर्जन लोगों की मौत हो गई है। एक सुरक्षा अधिकारी ने मृतकों का शुरुआती आंकड़ा 11 बताया था। आत्मघाती कार बम ने कैंप में जुटे यमन की सेना के रंगरूटों पर हमला किया था। आईएस ने अपने आधिकारिक प्रचार आउटलेट ‘अमाक’ पर सोमवार के हमले की जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि विस्फोट में करीब 60 लोग मारे गए।

