एमी पैसियाक वो शख्स हैं जो वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के मलबे के सैकड़ों टुकड़ों के वितरण का काम बीते छह वर्षों से देख रही हैं और 11 सितम्बर, 2001 के आतंकी हमले की 15वीं बरसी से कुछ दिनों पहले उन्होंने अखिरी टुकड़े को भी बांट दिया। इन टुकड़ों को स्मारकों के लिए वितरित किया गया है। इस आतंकी हमले में इस टावर को निशाना बनाया गया था। एमी ने इस स्थल का स्वामित्व रखने वाली इकाई ‘पोर्ट अथारिटी ऑफ न्यूयॉर्क एंड न्यू जर्सी’ के तहत मलबे के करीब 2,800 टुकड़ों के वितरण का काम देखा है। टावर से जुड़ी जो निशानियां उन्होंने वितरित करवाई हैं उनमें कोई निजी सामान का टुकड़ा नहीं था, बल्कि इमारत से संबंधित बड़ी वस्तुओं के टुकड़े थे। इनमें बहुत सारे टुकड़े इस्पात के थे।
साल 2009 में पोर्ट अथॉरिटी ने गैर सरकारी संगठनों एवं सरकारी इकाइयों को इस टावर के मलबे टुकड़े बांटने का काम आरंभ किया ताकि इनका इस्तेमाल स्मारकों में हो सके। एमी का कहना है, ‘इस आतंकी हमले के समय मैं मिशिगन में हाईस्कूल में पढ़ाई कर रही थीं। मैं कभी न्यूयॉर्क शहर में नहीं आई थी।’ इस हमले के पीड़ितों से एमी का दूर-दूर तक कोई पारिपारिक संबंध नहीं है, लेकिन उन्होंने इस काम बहुत अपनेपन से लिया है।