माउंट एवरेस्ट फतह करने वाली दुनिया की पहली महिला, जुनको ताबे का 77 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। उन्होंने माउंट एवरेस्ट की चोटी को फतह करने के बाद अपनी यात्रा जारी रखी थी और 70 से अधिक देशों के सबसे ऊंचे पर्वतों की चोटियों को फतह कर इतिहास रचा था। उनका फलसफा था कि जीवन को पूरी तरह से जीना चाहिए। एवरेस्ट फतह करने के 16 वर्ष बाद 1991 में उन्होंने एक साक्षात्कार में कहा था, ‘मैं और भी पर्वत फतह करना चाहती हूं।’ उन्होंने यह साहस भरा काम एक ऐसे देश में रहते हुए किया था जहां महिलाओं की जगह घर में मानी जाती थी।
उन्होंने 1969 में एक लेडीज क्लाइंबिग क्लब की स्थापना की थी।दो बच्चों की मां ने 1991 के साक्षात्कार में कहा, ‘मेरी पीढ़ी के अधिकतर जापानी पुरुष उम्मीद करते हैं कि महिलाएं घर में रहेंगी और घर की सफाई करेंगे।’ वह 1992 में सात महाद्वीपों की सबसे ऊंचे पर्वतों की चोटियों को फतह करने वाली पहली महिला बनीं। जापानी मीडिया ने रविवार (23 अक्टूबर) को खबर दी कि कैंसर की वजह से ताबे का निधन हो गया। उनका जन्म 1939 में हुआ था।
नहीं रही माउंट एवरेस्ट फतह करने वाली पहली महिला
जुनको ताबे ने 70 से अधिक देशों के सबसे ऊंचे पर्वतों की चोटियों को फतह कर इतिहास रचा था।
Written by एपी
तोक्यो

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First published on: 23-10-2016 at 15:17 IST