इजरायल और हमास के बीच युद्ध जारी है। इस युद्ध में अबतक 10 हजार से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। इस बीच एक सवाल सबके मन में उठ रहा है कि जब हमास के खिलाफ इजरायल का सैन्य युद्ध खत्म हो जाएगा तो गाजा पर शासन कौन करेगा? हमास (एक सशस्त्र विंग वाला फिलिस्तीनी समूह) ने 2007 से लगभग 2.4 मिलियन लोगों के तटीय क्षेत्र गाजा पर शासन किया है।
वर्ष 2007 में फिलिस्तीनी प्राधिकरण (PA) के साथ सड़क पर लड़ाई के बाद हमास ने सत्ता पर कब्जा कर लिया था। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने पिछले महीने के अंत में कहा था कि पीए को हमास से गाजा पट्टी का नियंत्रण वापस लेना चाहिए, जिसमें अंतरराष्ट्रीय प्लेयर्स संभावित रूप से अहम भूमिका निभा सकते हैं।
फिलीस्तीनी प्राधिकरण का वर्तमान में इजरायल के कब्जे वाले वेस्ट बैंक में आंशिक प्रशासनिक नियंत्रण है। लेकिन इस महीने की शुरुआत में एंटनी ब्लिंकन के साथ एक बैठक में फिलिस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने कहा कि PA गाजा में सत्ता तभी ग्रहण कर सकता है जब वेस्ट बैंक, पूर्वी यरुशलम और दशकों पुराने इजरायल-फिलिस्तीनी संघर्ष के लिए व्यापक राजनीतिक समाधान मिल जाए।
पिछले बुधवार को एंटनी ब्लिंकन ने फिर से फिलिस्तीनी नेतृत्व वाले शासन और फिलिस्तीनी प्राधिकरण के तहत गाजा को वेस्ट बैंक के साथ एक करने की बात कही थी। इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू (जो लंबे समय से पीए को किनारे करने की मांग कर रहे हैं) ने बुधवार को फॉक्स न्यूज को बताया कि उनका देश गाजा पर फिर से कब्जा करने की योजना नहीं बना रहा है।
इज़रायल ने 1967 में गाजा पर कब्ज़ा कर लिया था और 2005 तक वहीं रहा। लेकिन उसके बाद उसने स्थानीय प्राधिकार पीए के पास छोड़ दिया। बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा, “हम गाजा पर शासन नहीं करना चाहते। हम इस पर कब्जा नहीं करना चाहते, बल्कि हम इसे और हमें एक बेहतर भविष्य देना चाहते हैं।”
गाजा के भविष्य के लिए अपनी योजना पर जोर देते हुए बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि गरीब और नाकाबंदी वाले क्षेत्र को विसैन्यीकरण, कट्टरपंथीकरण और पुनर्निर्माण किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें एक सरकार ढूंढनी होगी।
इस सप्ताह की शुरुआत में लेबनान स्थित आतंकी संगठन हमास के वरिष्ठ अधिकारी ओसामा हमदान ने कहा कि समूह गाजा पट्टी में कठपुतली सरकार को स्वीकार नहीं करेगा और क्षेत्र में रहेगा। उसने कहा, “हमारे लोग अमेरिका को एक ऐसा प्रशासन बनाने की अपनी योजनाओं को लागू करने की अनुमति नहीं देंगे जो उसके अनुकूल हो और जो कब्जे (इज़राइल) के अनुकूल हो।” अमेरिका, ब्रिटेन, इज़रायल और अन्य कई देश हमास को एक आतंकवादी संगठन के रूप में मानते हैं।