इजरायल रक्षा बलों (IDF) ने गुरुवार को दक्षिणी गाजा के राफा में हमास प्रमुख याह्या सिनवार को मार गिराया है। सिनवार ऑपरेशन में मारे गए तीन हमास आतंकवादियों में से एक था। डीएनए परीक्षण की मदद से उसके शव की पहचान की गई। सिनवार की मौत की खबर सुनते ही इजरायली ख़ुशी से झूम उठे। सोशल मीडिया पर ऐसे कई वीडियो सामने आए हैं, जिसमे अपने देश के झंडे के साथ इजरायली सिनवार की मौत का जश्न मना रहे हैं। शरणार्थी शिविर में पैदा हुए याह्या सिनवार का जन्म 1962 में दक्षिण गाजा में खान यूनिस शरणार्थी शिविर में हुआ था। उस दौरान यह क्षेत्र मिस्र के नियंत्रण में था।
कौन था याह्या सिनवार?
सिनवार 1980 के दशक की शुरुआत में मुस्लिम ब्रदरहुड में सक्रिय था और गाजा में इस्लामिक विश्वविद्यालय में एक कॉलेज के छात्र के रूप में इजरायली कब्जे का विरोध करने के लिए उसे गिरफ्तार किया गया था। उसे हमास के आंतरिक सुरक्षा बल अल मजद की स्थापना का श्रेय दिया जाता है, जो आंतरिक सुरक्षा मामलों के प्रबंधन, संदिग्ध इजरायली एजेंटों और फिलिस्तीनी सहयोगियों की जांच करने और कथित तौर पर बेरहमी से खत्म करने के लिए जिम्मेदार माना जाता है। इजरायली खुफिया और सुरक्षा सेवाओं के अधिकारियों पर नज़र रखने के लिए भी ये संगठन जिम्मेदार है।
सिनवार को भयानक अल-क़सम ब्रिगेड (हमास की सैन्य शाखा) और पिछले साल 7 अक्टूबर के हमलों से पहले गाजा में सक्रिय सबसे बड़े मिलिशिया की स्थापना का श्रेय भी दिया जाता है। 1988 में सिनवार को इज़रायल द्वारा 12 फ़िलिस्तीनियों की हत्या (एक ऐसा कार्य जिसके कारण उसे ‘खान यूनिस का कसाई’ उपनाम मिला था) और दो इज़रायली सैनिकों के अपहरण और मौत की साजिश रचने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
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बड़े पैमाने पर कैदी विनिमय सौदे के तहत 2011 में रिहा होने से पहले सिनवार ने विभिन्न इजरायली जेलों में 22 साल बिताया। वह हमास में फिर से शामिल हो गया और 2017 में गाजा में हमास के नेता के रूप में इस्माइल हनियेह के उत्तराधिकारी के रूप में उभरा। एक महीने पहले ईरान में एक टार्गेटेड मिसाइल हमले में हनियेह के मारे जाने के बाद सिनवार को अगस्त में हमास पोलित ब्यूरो प्रमुख के पद पर प्रोमोट किया गया था।
इजरायल के लिए बड़ी उपलब्धि
इजरायल लंबे समय से सिनवार को 7 अक्टूबर के हमले के मास्टरमाइंड के रूप में देखता रहा है और उसे चलता फिरता मरा हुआ आदमी कहता था। अब यह माना जाता है कि हमले की योजना दिसंबर 2022 की शुरुआत में बनाई गई थी, जब सिनवार ने गाजा में एक रैली में इज़राइल को धमकाया था। 7 अक्टूबर के हमले में हमास के लड़ाकों ने इजरायली सुरक्षा को तोड़ दिया और इसमें 1,200 लोग मारे गए और 150 से अधिक इजरायलियों को बंधक बना लिया गया। यह पिछले कुछ वर्षों में गाजा में सबसे बड़ी घटना थी, और इसने इज़राइल के रक्षा तंत्र की तैयारी पर बड़े सवाल खड़े कर दिए।
इजरायल के एक प्रमुख सहयोगी अमेरिका ने पिछले महीने सिनवार और अन्य हमास नेताओं पर अमेरिकी नागरिकों की हत्या करने और अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डालने के लिए दशकों से चल रहे अभियान को फाइनेंस करने, निर्देशित करने और देखरेख करने का आरोप लगाया था। अटॉर्नी जनरल मेरिक गारलैंड ने कहा था, “7 अक्टूबर को हमास के आतंकवादियों ने 40 से अधिक अमेरिकियों सहित लगभग 1200 लोगों की हत्या कर दी, और सैकड़ों नागरिकों का अपहरण कर लिया।”
हमास के लिए सिनवार की मौत एक बड़ा झटका होगाहै। एक ऐसा झटका जो वास्तव में उसके अस्तित्व पर संकट डाल सकता है। साथ ही यह फिलिस्तीन में शत्रुता समाप्त करने के लिए एक छोटा सा अवसर भी प्रदान करता है। इजरायल की शुरू से ही मंशा हमास को धरती से मिटा देने की रही है। इसीलिए सिनवार की मृत्यु एक मील का पत्थर है। जुलाई में हनियेह और सितंबर में हिजबुल्लाह प्रमुख हसन नसरल्लाह की हत्या के बाद यह शायद इजरायल द्वारा किसी दुश्मन नेता की सबसे प्रमुख हत्या है।