व्हाइट हाउस ने कहा कि अगर अमेरिका ईरान परमाणु समझौते से हटता है तो ईरान के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय एकता ‘पूरी तरह टूट जाएगी’ और कांग्रेस के मंजूरी देने में नाकाम रहने पर भारत एवं चीन जैसे देश ईरान के खिलाफ प्रतिबंध बरकरार नहीं रखेंगे।

व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव जोस अर्नेस्ट ने मंगलवार को कहा, ‘‘डेढ़ साल के बाद अगर कोई और राष्ट्रपति पदभार संभालता है और ईरान के समझौते का पालन करने के बावजूद एकतरफा रूप से समझौते से पीछे हटता है तो अंतरराष्ट्रीय एकता पूरी तरह टूट जाएगी।’’

अर्नेस्ट की टिप्पणी राष्ट्रपति पद की दावेदारी के लिए खड़े रिपब्लिकन पार्टी के कई उम्मीदवारों के बयानों के बाद आयी है जिसमें उन्होंने कहा है कि राष्ट्रपति बनने पर वे ईरान परमाणु समझौते से हट जाएंगे।

समझौते का समर्थन कर रहे कई शीर्ष अमेरिकी सांसदों ने कहा है कि परमाणु समझौते को अमेरिकी कांग्रेस से मंजूरी ना मिलने पर भारत, जापान, दक्षिण कोरिया और चीन जैसे देश ईरान के खिलाफ प्रतिबंधों से जुड़ी अमेरिकी नेतृत्व वाले अंतरराष्ट्रीय प्रयास का हिस्सा नहीं रहेंगे।