तुर्किए की राजधानी अंकारा में बड़ा आतंका हमला हुआ है। आतंकियों ने एयरोस्पेस इंडस्ट्री को निशाना बनाया है। इस हमले में 5 लोगों की मौत हो गई है। 20 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं। खास बात यह है कि आतंकी हमला करने वालों में एक महिला भी शामिल है। इस हमले के पीछे कुर्द विद्रोपी पीकेके ग्रुप का हाथ बताया जा रहा है। तुर्किए सरकार पूरे मामले की जांच कर रही है। जानकारी के मुताबिक कुल तीन आतंकियों ने हमला किया। वह कार से उतरे और ताबड़तोड़ गोलियां चलानी शुरू कर दीं।

क्या है तुर्किए पर हमला करने वाला पीकेके ग्रुप

पीकेके ग्रुप तुर्किए से कटकर एक अलग देश कुर्दिस्तान की मांग करता है। इस संगठन ने सबसे पहले 1978 में अब्दुल्ला ओकलान को अपने नेता बनाया था। तुर्किए (पूर्व में तुर्की) में हाशिए पर धकेल दिए गए लोगों को राजनीतिक और सांस्कृतिक अधिकार देने के लिए इस संगठन को बनाया गया था। पीकेके समूह का मुख्य लक्ष्य तुर्कीये, सीरिया, इराक और ईरान के कुछ हिस्सों को अलग करके कुर्दों के लिए एक अलग देश बनाना है। यह संगठन अपने शुरुआती समय में लेनिन और मार्क्स की विचारधारा से प्रेरित था।

1984 में संगठन ने अलग देश की मांग को लेकर संघर्ष छेड़ दिया। इसी के बाद से यह संगठन तुर्किए की सेना और सरकार के निशाने पर है। कुर्द एक एथ्निक समूह है। कुर्द की अपनी अलग भाषा (कुर्दिश) और संस्कृति है। तुर्की में कुर्दों की संख्या लगभग 20 फीसद है। तुर्किए सरकार कुर्दों की इस मांग को एक सुरक्षा खतरे के रूप में देखती है और इसकी मांग उठाने वाली पार्टी PKK (कुर्दिस्तान वर्कर्स पार्टी) को देश में आतंकी संगठन घोषित किया हुआ है।

हमले में दो आतंकी ढेर

बुधवार को तुर्किए में हमले के बाद दो आतंकियों को ढेर कर दिया गया। तुर्किए के गृहमंत्री येर्लिकाया ने कहा कि पूरे इलाके की निगरानी रखी जा रही है। इसके लिए ड्रोन की भी मदद ली जा रही है। बता दें कि सरकार ने कुर्द भाषा और उनकी सांस्कृतिक अभिव्यक्तियों पर भी प्रतिबंध लगा दिया। शुरुआती तौर पर शांतिपूर्वक आंदोलन चलाने वाले कुर्दों ने 1984 से सशस्त्र संघर्ष शुरू कर दिया। वह अपने लिए एक अलग स्वतंत्र राज्य की मांग करने लगे और उनका यह संघर्ष आज तक जारी है।