Iran Attack America: ईरान के सुप्रीम लीडर खामेनेई ने सीजफायर के बाद पहला बयान दिया है। उन्होंने अमेरिका पर निशाना साधते हुए कहा है कि हमने अमेरिका के चेहरे पर थप्पड़ मारा है। उन्होंने यहां तक दावा किया है कि अमेरिका को अपने हमलों से कुछ भी हासिल नहीं हुआ है। उनकी तरफ से चेतावनी देते हुए कहा गया है कि अगर भविष्य में अमेरिका ने फिर हमला करने की कोशिश की तो भारी कीमत चुकानी होगी।

खामेनेई ने अपने बयान में कहा कि जो अमेरिका इजरायल को बचाने के लिए युद्ध में कूदा था, उसे ईरान के लोगों ने जोरदार थप्पड़ मारा है। मैं साफ कर दूं कि ईरान कभई भी अमेरिका के सामने सरेंडर नहीं रहने वाला है और भविष्य में भी अमेरिकी मिलिट्री बेस पर स्ट्राइक होगी अगर हमले की कोशिश की गई। अपने बयान में आगे खामेनेई ने दावा किया कि उनके देश को बड़ी जीत मिली है।

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वे कहते हैं कि ईरान को दिल से बधाई देना चाहता हूं, उसे अमेरिकी हुकूमत के खिलाफ बड़ी जीत मिली है। अमेरिका तो इस युद्ध में सिर्फ इसलिए कूदा क्योंकि उसे अहसास हो गया था कि अगर अभी मदद नहीं की गई तो इजरायल की Zionist सरकार पूरी तरह बर्बाद हो जाएगी। अमेरिका उतरा उन्हें बचाने के लिए था, लेकिन उसे कुछ भी हासिल नहीं हुआ। अमेरिका ने दावा किया कि उन्होंने हमारी न्यूक्लियर साइट्स पर अटैक किया, उसको लेकर तो अंतरराष्ट्रीय कोर्ट में आपराधिक मुकदमा चलेगा ही, लेकिन मैं साफ कर दूं कि वे कुछ खास नहीं कर पाए हैं।

अब इजरायल के साथ हुए सीजफायर के बाद खामेनेई का यह पहला बयान था। उन्होंने उम्मीद के मुताबिक ना सिर्फ अमेरिका को निशाने पर लिया बल्कि इजरायल को भी आईना दिखाने का काम किया। वैसे जानकारी के लिए बता दें कि युद्ध में एक समय ऐसा आया था जब खामेनेई ने अपने उत्तराधिकारी के बारे में विचार करना शुरू कर दिया था। कई रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि खामेनेई ने अपने तीन उत्तराधिकारी के बारे में सोचा था, वे मिलिट्री स्तर पर भी बड़ा बदलाव करने वाले थे। लेकिन उससे पहले ही सीजफायर का ऐलान हुआ और 12 दिनों बाद युद्ध थम गया।

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