इस बार नए साल 2017 के आगमन के जश्न में एक सेकेंड की देरी होगी। ऐसा इसलिए होगा क्योंकि साल 2016 एक सेकेण्ड लंबा होगा। नववर्ष की पूर्व संध्या पर वैश्विक घड़ी में एक ‘लीप सेकेण्ड’ के जुड़ने के कारण ऐसा होगा। वाशिंगटन डीसी के अमेरिकी नौ सेना वेधशाला के मास्टर क्लॉक फेसिलिटी में समन्वित वैश्विक समय (यूटीसी) के अनुसार 23 बजकर 59 मिनट और 59 सेकेण्ड पर अतिरिक्त सेकेण्ड जोड़ा जाएगा। भारतीय मानक समय के अनुसार एक जनवरी को सुबह 05:29:59 पर यह इजाफा प्रभावी होगा।

ऐतिहासिक रूप से समय पृथ्वी द्वारा खगोलीय पिंडों की परिक्रमा पर निर्भर करता था और इसी संदर्भ में सेकेण्ड को परिभाषित किया जाता था। एटॉमिक क्लॉक्स के आविष्कार के बाद हालांकि इससे जुड़े परिवर्तन हुए और अब सेकेण्ड पृथ्वी की परिक्रमा से अलग है।