क्रिसमस का त्योहार 25 दिसंबर को मनाया जाता है। पश्चिमी देशों में खासतौर पर यह त्योहार बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। जिसके उपलक्ष्य में दिसंबर में स्कूल, कॉलेज, ऑफिस से लेकर तमाम प्राइवेट और पब्लिक सेक्टर में लंबी छुट्टी होती है। इस सबसे अलग वेनेज़ुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो (Nicolas Maduro) ने आदेश दिया है कि क्रिसमस की पारंपरिक छुट्टियों को दिसंबर के बजाय अक्टूबर में कर दिया जाए।
अपने साप्ताहिक टेलीविजन शो में मादुरो ने कहा कि सितंबर में क्रिसमस जैसी खुशबू आ रही है।” निकोलस मादुरो ने कहा, “इस साल और आप सभी का सम्मान करने के लिए, आप सभी को धन्यवाद देने के लिए, मैं 1 अक्टूबर को क्रिसमस की शुरुआत करने जा रहा हूं। क्रिसमस सभी के लिए शांति, खुशी और सुरक्षा के साथ आए।”
राष्ट्रपति मादुरो का यह फैसला ऐसे समय में आया है जब देश राजनीतिक संकट से जूझ रहा है। मादुरो ने हाल ही में संपन्न चुनावों में जीत का दावा किया है लेकिन पूर्ण और अंतिम परिणाम घोषित नहीं किया गया है। विपक्षी नेता चुनाव नतीजों में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए सड़कों पर उतर आए थे जिसके बाद विरोध प्रदर्शनों में करीब 27 लोग मारे गए थे। इस दौरान 2400 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया था।
क्यों अक्टूबर में दी जा रही क्रिसमस की छुट्टी?
वेनेज़ुएला चूंकि, राष्ट्रीय और राजनीतिक उथल-पुथल में घिरा हुआ है इसलिए क्रिसमस को पहले आयोजित करने के निर्णय को चुनावी धोखाधड़ी के मूल मुद्दे से जनता और मीडिया का ध्यान हटाने की रणनीति के रूप में देखा जा रहा है। वेनेजुएला तेल का एक प्रमुख निर्यातक रहा है लेकिन देश का नेतृत्व करने वाले कमजोर नेतृत्व के कारण आर्थिक अस्थिरता से जूझ रहा है।
राष्ट्रपति मादुरो ने विपक्षी नेता और पूर्व राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार एडमंडो गोंजालेज को भी गिरफ्तार करवा दिया है। विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने संवाददाताओं से कहा, “हम हिंसा भड़काने के लिए एडमंडो गोंजालेज के गिरफ्तारी वारंट की निंदा करते हैं।” एडमंडो पर आतंकवाद से जुड़े अपराध का आरोप लगाया गया है।
कौन हैं निकोलस मादुरो?
निकोलस मादुरो एक रोमन कैथोलिक परिवार में पैदा हुए थे। वह एक बस ड्राइवर के रूप में काम करते थे और ह्यूगो चावेज़ की यूनाइटेड सोशलिस्ट पार्टी से जुड़े थे। मादुरो पार्टी के माध्यम से उभरे और साल 2000 में वेनेजुएला की नेशनल असेंबली के लिए टिकट हासिल किया। 2013 में कैंसर के कारण चावेज़ का निधन हो गया और मादुरो ने राष्ट्रपति की भूमिका निभाई। हालांकि मादुरो ने चावेज़ (2012-13) के समय में उपराष्ट्रपति के रूप में कार्य किया था।