वेनेजुएला में सप्ताह के अंत में हुयी लूट और हिंसक घटनाओं में कम से कम तीन व्यक्तियों की मौत हो गयी। अधिकारियों ने बताया कि नोटबंदी के कारण अनेक झड़पें हुयी हैं। अटार्नी जनरल कार्यालय के एक अधिकारी ने सोमवार (19 दिसंबर) को बताया कि शनिवार को दक्षिणी राज्य बोलिवर में हुयी हिंसा के दौरान एक व्यक्ति, एक महिला और एक किशोर लड़के की गोली मारकर हत्या कर दी गयी। देश के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो पर अर्थव्यवस्था को ढहाने का आरोप लगाने वाली विपक्षी डेमोक्रेटिक यूनिटी राउंडटेबल (एमयूडी) ने देश में नोटबंदी के कारण मरने वालों पर अलग बयान दिया है। उसका कहना है कि इसके कारण अभी तक पांच लोगों की मौत हो चुकी है।

वेनेजुएला में 100 बोलिवर के नोट को बंद करने का ऐलान किया गया था। लोगों को अपने पैसों को खपाने के लिए तीन दिन का वक्त दिया गया था। लेकिन जैसे-जैसे क्रिसमस और नया साल पास आ रहा है लोगों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है। लोग हंगामे और हिंसा पर उतार आए हैं। भारत की तरह वहां का विपक्ष भी नोटबंदी के खिलाफ है। वहां के विपक्ष के नेताओं ने राष्ट्रपति निकोलस माडरू को धमकी दी है कि वह छह साल का अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाएंगे जो कि 2019 में खत्म होना है। वहीं राष्ट्रपति ने हिंसा को गलत बताते हुए कहा कि नए नोट जल्द ही चलन में आ जाएंगे और लोगों को हिंसा करने की जरूरत नहीं है।

वेनेजुएला के लोगों को भी ज्यादा से ज्यादा ई ट्रांजेक्शन करने को कहा जा रहा है। लेकिन वेनेजुएला के 40 प्रतिशत लोगों के पास बैंक में खाता ही नहीं है। वहां भी बैंक के बाहर लंबी लाइनें लगी हुई हैं और एटीएम में पैसा नहीं है। वेनेजुएला की सरकरा ने कहा था कि वे लोग माफिया और कालाधन रखने वालों को कमजोर करने के लिए नोटबंदी का कदम उठा रहे हैं। वेनेजुएला इस वक्त 700 प्रतिशत मुद्रास्फिति से जूझ रहा है। इसके अलावा भारत में नोटबंदी के ऐलान के बाद ऑस्ट्रेलिया में नोटबंदी का ऐलान किया जा चुका है। ऑस्ट्रेलिया की सरकार ने अपने यहां के सबसे बड़े नोट यानी 100 डॉलर के नोट को बंद करने का फैसला ले लिया है।