हेरात में भारतीय वाणिज्य दूतावास के पास शुक्रवार को विस्फोटकों से लदा वाहन मिला और इस संबंध में एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया। इसके साथ ही इन अटकलों को बल मिला कि क्या अफगानिस्तान में एक और भारतीय राजनयिक मिशन पर हमले की साजिश थी। यहां उपलब्ध सूचना के अनुसार वाणिज्य दूतावास के पास एक अस्थायी टैक्सी स्टैंड पर एक लावारिस वाहन खड़ा मिला और जब पुलिस अधिकारियों ने इसकी जांच की तो उसमें विस्फोटक मिले।
खबरों के मुताबिक अफगान पुलिस ने भारतीय अधिकारियों को सूचित किया कि उन्हें वाणिज्य दूतावास के पास से एक संदिग्ध वाहन मिला है जिसमें वीबीआइईडी (वीकल-बॉर्न इम्प्रूवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) के लिए इस्तेमाल होने वाले विस्फोटक मिले हैं। ये वीबीआइईडी के तौर पर इस्तेमाल किए जाने लायक नहीं थे बल्कि शुरुआती विस्फोटक सामग्री थी। सारे मुख्य संदिग्ध भाग जाने में सफल रहे। पास के इलाके से केवल एक संदिग्ध को पुलिस ने पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया है। हालांकि हेरात में भारतीय वाणिज्य दूतावास ने ट्वीट किया, ‘वाणिज्य दूतावास के बाहर वीबीआइईडी मिलने की खबरें भ्रामक हैं। कोई विस्फोटक नहीं मिला है’।
कुछ दिन पहले ही भारी हथियारों से लैस आतंकवादियों ने रविवार को अफगानिस्तान के मजार-ए-शरीफ में भारतीय वाणिज्य दूतावास पर हमले की कोशिश की थी। मजार-ए-शरीफ की घटना के कुछ दिन बाद ही पांच जनवरी को अफगानिस्तान के पूर्वी शहर जलालाबाद में भारतीय वाणिज्य दूतावास के पास एक छोटा बम फट गया था।
इस बीच अफगान समाचार एजंसी खामा प्रेस (केपी) ने हेरात घटनाक्रम पर कहा कि अफगान राष्ट्रीय सुरक्षा बलों ने भारतीय वाणिज्य दूतावास के करीब खड़े विस्फोटकों से लदे वाहन को जब्त करके एक आतंकवादी हमले की साजिश को नाकाम कर दिया। प्रांतीय पुलिस प्रवक्ता अब्दुल रऊफ अहमदी ने इस बात की पुष्टि की कि सुरक्षा बलों ने वाहन की पहचान की और उसे समय पर निष्क्रिय कर दिया गया। उनके हवाले से कहा गया कि पुलिस ने वाहन से विस्फोटक, फ्यूज और रिमोट कंट्रोल जब्त किए जिनका इस्तेमाल आमतौर पर आत्मघाती हमलों में किया जाता है।