अमेरिका ने परिवार की झूठी शान की खातिर हत्याओं के खिलाफ पारित पाकिस्तान के विधेयक का स्वागत किया है और इसे पाकिस्तान में महिलाओं की रक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में एक अहम कदम बताया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा, ‘हम इस परंपरा को समाप्त करने के लिए पाकिस्तान सरकार के प्रयासों की सराहना करते हैं।’ उन्होंने कहा कि यह विधेयक पाकिस्तान में महिलाओं एवं लड़कियों की रक्षा और समाज में उनकी पूर्ण भागीदारी को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक अहम कदम है। किर्बी ने कहा, ‘अगले अहम कदम सामाजिक जागरूकता पैदा करना और अपराधियों को जवाबदेह बनाना हैं और हम पाकिस्तान के इन प्रयासों को समर्थन देते रहेंगे।’
उन्होंने कहा कि अमेरिका विश्वभर में महिलाओं एवं लड़कियों के खिलाफ हिंसा पर नियमित रूप से रिपोर्ट देता है और वह कानून प्रवर्तन के साथ काम करके जवाबदेही सुनिश्चित करने, समाज के प्रयासों को समर्थन देने और पुरुषों एवं लड़कों जैसे अहम भागीदारों से बात करने समेत कई काम कर रहा है ताकि इस प्रकार की हिंसा को रोका जा सके और उन पर प्रतिक्रिया दी जा सके।
पाकिस्तान की नेशनल असेम्बली ने गुरुवार (6 अक्टूबर) को एक विधेयक पारित करके झूठी ‘शान’ के नाम पर हत्या करने वाले लोगों के बच निकलने का रास्ता बंद कर दिया है। विधेयक के तहत यदि पीड़ित के परिजन हत्यारे को माफ भी कर देते हैं तो भी उसके लिए आजीवन कारावास अनिवार्य होगा। विधेयक में कहा गया है कि झूठी शान की खातिर ‘हर वर्ष सैंकड़ों लोगों की जान ले ली जाती है।’ यह विधेयक पारित करना ‘आवश्यक है ताकि इन अपराधों को बार बार होने से रोका जा सके।’