उत्तर कोरिया की ओर से नौ सितंबर को किए गए परमाणु परीक्षण के बाद अमेरिका ने सरकारी विमानन कंपनी एयर कोरयो सहित देश की 23 कंपनियों तथा अधिकारियों को काली सूची में डाल दिया है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् ने एशियाई देश को राजनीतिक और आर्थिक रूप से अलग-थलग करने के लक्ष्य से प्योंगयांग के खिलाफ अभी तक के सबसे कठोर प्रतिबंधों वाला प्रस्ताव पारित किया था। उसके बाद अमेरिका ने यह फैसला किया है। अमेरिका के वितत विभाग ने कल यह प्रतिबंध लगाए हैं। इनका लक्ष्य कंपनियों और व्यक्तियों को वैश्विक वित्तीय प्रणाली से बाहर करना है। इसमें उत्तर कोरिया के कई बैंक, विनिर्माण कंपनियां, वाणिज्यिक कंपनियां और एक तेल कंपनी भी शामिल है।
अमेरिकी प्रतिबंध सूची में एयर कोरयो नया नाम है। वित्त विभाग ने इसे उत्तर कोरिया के सैन्य नेटवर्क का हिस्सा बताया है क्योंकि उसके एक विमान ने जुलाई 2013 में ‘विक्टरी डे सैन्य परेड’ में उड़ान भरी थी। विभाग का कहना है कि विमानन कंपनी ने उत्तर कोरिया के एससीयूडी-बी बैलिस्टिक मिसाइल प्रणाली के लिए कलपुर्जो तथा अन्य उपकरणों का परिवहन किया था। साथ ही देश के नेता किम जोंग उन एयर कोरयो के चिन्ह वाले निजी विमान का प्रयोग करते हैं। वित्त विभाग का कहना है कि नए प्रतिबंधों के तहत एयर कोरयो के 16 विमानों को ‘ब्लॉक’ किया गया है, हालांकि उसने विस्तृत जानकारी नहीं दी।

