अमेरिका ने सीरिया के 13 कमांडरों और कारावास अधिकारियों पर शहरों, आवासीय क्षेत्रों और असैन्य संरचनाओं पर हमले करने और यातनाएं देने का आरोप लगाया है। अमेरिकी राजदूत समांथा पावर ने कल सुरक्षा परिषद की बैठक में आरोपियों के नाम बताए और कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय सब देख रहा है और ‘‘एक दिन उन्हें जवाबदेह बनाया जाएगा।’ इन विस्तृत आरोपों का लक्ष्य भविष्य के युद्ध अपराधों के मुकदमों की नींव डालना है। इसे ओबामा प्रशासन द्वारा अंतिम समय में सीरिया सरकार को कथित अत्याचारों के लिए जवाबदेह ठहराने की कोशिश के तौर पर भी देखा जा सकता है।
पावर ने सीरिया के राष्ट्रपति बशर असद के शासन और उनके करीबी सहयोगी रूस पर विद्रोहियों के कब्जे वाले पूर्वी अलेप्पो के लिए ‘‘भूखे मरो, बम से मरो या आत्मसमर्पण करो’’ की रणनीति अपनाने आरोप लगाया और कहा कि यह ऐसा अकेला मामला नहीं है।
उन्होंने कहा, ‘‘पूरे सीरिया में, रूस और असद शासन ने घेराबंदी करने, मानवीय सहायता को रोकने, नागरिक इलाकों में अंधाधुंध बमबारी और बैरल बम डालने का अभियान छेड़ रखा है। उन्होंने कहा कि अमेरिका जानता है कि यातनाएं कथित तौर पर कहां दी जाती हैं। उन्होंने ऐसे चार सैन्य खुफिया स्थानों के नाम भी बताए।