आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट इराक एंड सीरिया (ISIS) का संस्थापक और मुखिया अबू-बक्र-अल बगदादी अमेरिकी सैनिकों द्वारा चलाए गए ‘कायला मुलर’ ऑपरेशन में मारा गया। व्हाइट हाउस की के सुरक्षा सलाहकार ने रविवार (27 अक्टूबर, 2019) को इसकी जानकारी दी। बता दें कि मुलर अमेरिकी राज्य एरिजोना की मानवीय कार्यकर्ता थीं जिन्हें आईएस के आतंकियों ने कैद कर लिया। उन्हें बुरी तरह प्रताड़ित किया गया और संगठन के मुखिया बगदादी तक ने कई बार यौन शोषण किया।

कायला मूलर का अगस्त 2013 में उस वक्त अपहरण कर लिया गया जब वो तुर्की से सीरिया के अलप्पो शहर में स्थित एक हॉस्पिटल में जा रही थीं। फरवरी 2015 में आईएस की हिरासत में रहते उनकी मौत हो गई। तब कायला की उम्र महज 26 साल थी। आतंकी संगठन का दावा है कि रक्का में एक हवाई हमले के दौरान उनकी मौत हुई थी। सूत्रों के मुताबिक मानवीय कार्यकर्ता का शव बरामद नहीं किया जा सका।

रविवार को कायला मुलर के पिता कार्ल मुलर ने एरिजोना रिपबल्कि को बताया, ‘इस आदमी (बगदादी) ने कायला के साथ क्या किया। उसका अपहरण कर लिया। वह कई जेलों में बंद रही। उसे एकांत जेल में रखा गया। उसे बुरी तरह प्रताड़ित किया गया। उसे धमकाया गय और आखिर में अल बगदादी ने उसके साथ बलात्कार किया।’ जानना चाहिए कि जिस वक्त कायला की मौत की खबर आई तब परिवार ने मीडिया को एक पत्र दिखाया जो उन्होंने जेल में रहते लिखा था।

उल्लेखनीय है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप बगदादी की मौत पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ‘क्रूर’ संगठन इस्लामिक स्टेट का सरगना और दुनिया का नंबर एक आतंकवादी बगदादी ‘कुत्ते और कायर की’ मौत मारा गया। उन्होंने व्हाइट हाउस में संवाददाता सम्मेलन के दौरान बगदादी की मौत की पुष्टि करते हुए कहा कि आईएस का सरगना अपने जीवन के अंतिम क्षणों में रोया, चीखा-चिल्लाया और फिर अपने तीन बच्चों की हत्या कर खुद को बम से उड़ा लिया। ट्रंप ने कहा कि अमेरिका के विशेष अभियान बलों ने रात के समय “साहसिक और जोखिम भरे अभियान’’ को शानदार ढंग से अंजाम दिया।

उन्होंने कहा, ‘अमेरिका ने दुनिया के नंबर एक आतंकी सरगना को मार गिराया। अबू बक्र अल बगदादी मर चुका है।’ अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, ‘वह आईएसआईएस का संस्थापक और नेता था जो दुनिया का सबसे क्रूर और हिंसक आतंकी संगठन है। अमेरिका कई सालों से बगदादी की तलाश कर रहा था। बगदादी को पकड़ना या मारना मेरे प्रशासन की राष्ट्रीय सुरक्षा की सर्वोच्च प्राथमिकता रही।’ (भाषा इनपुट)