अमेरिका के दक्षिणी कैलिफोर्निया में नौसेना के ट्रेनिंग सेंटर में रंगरूटों के शोषण के आरोप पर नए खुलासे हुए हैं। जांच के दस्तावेजों के मुताबिक, एक मुस्लिम मरीन ने कहा कि उसे उसके ड्रिल इंस्ट्रक्टर (विभिन्न प्रशिक्षण देने वाले प्रशिक्षक) ने ‘आतंकवादी’ कहा और कई बार कपड़ा सुखाने वाले आैद्योगिक ड्रायर में डाल दिया, जिसके बाद इंस्ट्रक्टर ने ड्रायर को आॅन कर युवक को जला दिया। द वाशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, नए मरीन (नौसेना के रंगरूट) ने आरोप लगाया कि ड्रिल इंस्ट्रक्टर ने कहा- ”तुम्हें जैसे ही पहला मौका मिलेगा, तुम हम सबको मार दोगे, है न? आतंकवादी। तुम्हारे इरादे क्या हैं? क्या तुम एक आतंकवादी नहीं हो?” पेरिस आइलैंड स्थित ट्रेनिंग सेंटर में यातना और शोषण का मुद्दा 18 मार्च को उठा, जब पाकिस्तानी मूल के 20 वर्षीय रहील सिद्दीकी की सीढ़ियों पर से 40 फीट की ऊंचाई से छलांग लगा दी। वह उसी इंस्ट्रक्टर से दूर भागने की कोशिश कर रहा था जिसने उसपर ड्रायर का प्रयोग किया था। इंस्ट्रक्टर ने रहील के कूदने से ठीक पहले ही उसे थप्पड़ मारा था। सिद्दीकी की मौत से जनता का ध्यान पैरिस आइलैंड पर दी जाने वाली कड़ी सजाओं पर गया। फिलहाल, अमेरिकी नौसेना के अधिकारी इस मामले की जांच कर रहे हैं।
पिछले सप्ताह अमेरिकी नौसेना के अधिकारियों ने घोषणा की थी कि शोषण के विभिन्न आरोपों की तीन जांच के नतीजों के बाद पैरिस आइलैंड के 20 स्टाफ को आपराधिक मामले या प्रशासनिक अनुशासनात्मक कार्रवाई झेलनी पड़ सकती है। यूएस मरीन कमांडेंट जनरल रॉबर्ट बी. नेलर ने इन आरोपों पर पिछले सप्ताह एक बयान में कहा था कि रंगरूटों की ट्रेनिंग शारीरिक और मानसिक रूप से चुनौतीपूर्ण की रहेगी लेकिन जिस तरह से मरीन बनाए जाते हैं, वह भी पूर्ण नौसैनिक के जितना ही महत्वपूर्ण है। इस मौके पर उन्होंने कहा था, ”जब अमेरिका के पुरुष व महिला मरीन बनने को प्रतिबद्ध होते हैं, हम उनसे एक वादा करते हैं। हम उन्हें दृढ़ता, निष्पक्षता, गरिमा और करुणा के साथ ट्रेन करने की शपथ लेते हैं।”