अमेरिकी चुनाव में अप्रत्याशित हार के बाद राष्ट्रपति जो बाइडेन ने देश के नाम संबोधन किया है। उनका जोर देकर कहना है कि शांतिपूर्ण तरीके से ही सत्ता सौंपी जाएगी। उन्होंने अमेरिका की जनता के जनादेश को स्वीकार कर लिया है। अपने संबोधन में बाइडेन ने कमला हैरिस की भी दिल खोलकर तारीफ की है, उनके मुताबिक जितनी मेहनत और सच्ची निष्ठा के साथ उन्होंने जनता के मुद्दे उठाए, वो काबिले तारीफ रहा।
राष्ट्रपति बाइडेन ने कहा कि कम से कम अब इस सवाल पर तो विराम लग जाना चाहिए कि अमेरिकी चावन पर प्रश्न चिन्ह लगाया जाए। यह पूरी तरह निष्पक्ष है और पारदर्शी तरीके से संपन्न करवाया गया है। इस पर विश्वास किया जा सकता है चाहे फिर किसी की हार हो या फिर जीत। बाइडेन ने अपने संबोधन में आगे बोला कि उन्होंने डोनाल्ड ट्रंप से भी उनकी चुनावी जीत के बाद फोन पर बात की। उन्होंने आश्वासन दिया कि वे अपने पूरे प्रशासन के साथ शांतिपूर्ण तरीके से सत्ता का ट्रांसफर करेंगे।
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बाइडेन ने यह भी बताया कि उन्होंने डेमोक्रेट उम्मीदवार कमला हैरिस से भी चुनावी हार के बाद बात की। उन्होंने कमला को खुद पर गर्व करने के लिए कहा, उनके मुताबिक उनकी तरफ से प्रचार के दौरान पूरी मेहनत की गई और सच्ची निष्ठा के साथ लोगों के मुद्दे उठाए गए।
इस बारे के अमेरिकी चुनाव के नतीजों की बात करें तो रिपब्लिकन पार्टी ने 295 इलेक्टोरल वोट्स हासिल किए हैं, दूसरी तरफ डेमोक्रेट्स को सिर्फ 226 इलेक्टोरल वोट्स मिल पाए। बड़ी बात यह है कि जितने भी स्विंग स्टेट रहे, वहां पर डोनाल्ड ट्रंप ने क्लीन स्वीप किया है और उसी वजह से उन्हें कमला पर इतनी बड़ी लीड भी मिली। समझने वाली बात यह भी है कि ट्रंप ने यह जो जीत हासिल की है, इससे 132 साल पुराना इतिहास फिर ताजा हो गया है। असल में एक चुनाव हारने के बाद उन्होंने फिर कमबैक करते हुए राष्ट्रपति चुनाव जीता है।