अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप का चुनाव खर्च उनकी मुख्य प्रतिद्वंद्वी डेमोक्रेटिक पार्टी की हिलेरी क्लिंटन से बहुत कम है। पिछले महीने ट्रंप ने प्रचार कैंपेन के बज़ट को दोगुना किया था फिर भी ये राशि हिलेरी द्वारा कैंपेन में खर्च की जाने वाली राशि से आधी से भी कम है। जुलाई में हिलेरी ने कुल 38 मिलियन डॉलर (करीब 255 करोड़ रुपये) खर्च किए थे, जबकि ट्रंप ने 18.5 मिलियन डॉलर (करीब 125 करोड़ रुपये) खर्च किए। ट्रंप ने 2.8 करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम पार्टी के हैट खरीदने पर खर्च की। इस महीने से उन्होंने टीवी विज्ञापनों पर भी खर्च करना शुरू किया है। 2012 में हुए पिछले राष्ट्रपति चुनाव के प्रत्याशियों बराक ओबामा और मिट रोमनी द्वारा कैंपेन पर खर्च की गई राशि की तुलना में भी ट्रंप द्वारा चुनाव प्रचार पर खर्च की गई राशि काफी कम है। वहीं द न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार ट्रंप की कंपनियों पर कम से कम 4363 करोड़ रुपये से कर्ज है।

फेडरल इलेक्शन कमीशन द्वारा शनिवार को जारी रिपोर्ट के अनुसार जून में ट्रंप ने चुनाव प्रचार पर 7.8 मिलियन डॉलर (करीब 52 करोड़ रुपये) खर्च किए थे। चुनाव प्रचार के लिए चंदा जुटाने के मामले में भी हिलेरी ट्रंप से काफी आगे हैं। जुलाई में हिलेरी को कुल 52 मिलियन डॉलर (करीब 349 करोड़ रुपये) चंदा मिला था। वहीं ट्रंप के इस दौरान 37 मिलियन डॉलर (करीब 248 करोड़ रुपये) चंदा प्राप्त हुआ। अगस्त में ट्रंप के चुनाव खर्च में तेज बढ़ोतरी देखनी को मिल रही है। पिछले ही हफ्ते उन्होंने अपने टीवी विज्ञापन पर 50 लाख डॉलर (करीब 33 करोड़ रुपये) खर्च किए। हालांकि उनकी प्रतिद्वंद्वी हिलेरी क्लिंटन दो महीने पहले से ही टीवी विज्ञापन शुरू कर चुकी हैं। हिलेरी टीवी विज्ञापनों पर अब तक छह करोड़ डॉलर (करीब 402 करोड़ रुपये) से ज्यादा खर्च कर चुकी हैं। हिलेरी के कैंपेन टीम में करीब 700 लोग हैं। जबकि ट्रंप की कैंपेन टीम में अभी तक 100 से भी कम लोग हैं। हाल ही में अमेरिका के पांच प्रमुख शहरों में ट्रंप के नग्न पुतले मिले थे जिसके बाद उन्होंने अपने कैंपेन मैनेजर को नौकरी से हटा दिया था। अपने कैंपेन का ज्यादातर खर्च ट्रंप खुद उठा रहे हैं। उन्होंने कैंपेन फंड में अपने पांच करोड़ डॉलर (करीब 335 करोड़ रुपये) डाले हैं।

अमेरिकी अखबार द न्यूयॉर्क टाइम्स की एक खोजी रिपोर्ट के अनुसार डोनाल्ड ट्रंप की कंपनी पर कम से कम 4363 करोड़ रुपये का कर्ज है। रिपोर्ट के अनुसार ट्रंप की कंपनियों ने बैंक ऑफ चाइना और गोल्डमैन सैश से भी कर्ज लिया है जबकि ट्रंप अपने कैंपेन में इनकी आलोचना करते रहे हैं। अखबार के अनुसार ट्रंप का कारोबार रहस्यमयी है। वो न तो अपना टैक्स रिटर्न्स सार्वजनिक करते हैं, न ही अपनी संपत्ति का स्वतंत्र मुल्यांकन कराते हैं।