संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने उसके प्रतिबंधों को नजरअंदाज करते हुए उत्तर कोरिया द्वारा ‘गैरजिम्मेदाराना एवं भड़काऊ’ कदम उठाए जाने को लेकर उसकी निंदा की है। परिषद के सदस्यों ने बंद कमरे में हुई चर्चा के बाद एक बयान में और भी कड़े प्रतिबंधों के ‘पूर्ण अनुपालन के महत्व’ पर जोर दिया। उत्तर कोरिया लंबी दूरी के परमाणु हथियारों की क्षमता को विकसित करने के लिए परमाणु और बैलिस्टिक मिसाइल परीक्षण करके वर्ष 2006 से ही लगातार इन प्रतिबंधों का उल्लंघन करता रहा है। दक्षिण कोरिया ने उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन पर मलेशिया में एजेंट भेजकर अपने सौतेले भाई किम जोंग नाम की हत्या करवाने का आरोप भी लगाया है। मलेशियाई पुलिस का कहना है कि किम जोंग नाम की हत्या में एक प्रतिबंधित रसायनिक हथियार वीएक्स नर्व एजेंट का इस्तेमाल किया गया था।

संयुक्त राष्ट्र में ब्रिटेन के राजदूत मैथ्यू रीक्रोफ्ट ने कहा कि अगर मलेशिया के पास सबूत हैं कि कुआलालम्पुर हवाईअड्डे पर 13 फरवरी को हुये हमले में वीएक्स का इस्तेमाल किया तो उसे रसायनिक हथियारों के इस्तेमाल पर नजर रखने वाली संस्था और सुरक्षा परिषद को इसके सबूत भेजने चाहिये। जापानी राजदूत कोरो बेशो ने कहा, ‘हम इस पर मलेशिया के स्पष्ट निर्णय का मुख्य रूप से इंतजार कर रहे हैं।’ यूक्रेन के राजदूत एवं परिषद के मौजूदा अध्यक्ष वोलोदिमिर येलशेंको ने कहा कि सोमवार को हुई बैठक में किम जोंग नाम पर हमले की चर्चा नहीं हुई। बैठक उत्तर कोरिया पर प्रतिबंधों को लागू करने पर केन्द्रित रही।

उत्तर कोरिया के ख़तरे से निपटने के लिए अमेरिका-चीन आए साथ

अमेरिका और चीन उत्तर कोरिया के कारण मंडराने वाले खतरे से निपटने के लिए एक रचनात्मक द्विपक्षीय संबंध पर सहमत हो गए हैं। उत्तर कोरिया की ओर से यह खतरा संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंध के बावजूद उसके द्वारा बार-बार किए गए बैलिस्टिक मिसाइल परीक्षणों की वजह से है। विदेश मंत्रालय के कार्यवाहक प्रवक्ता मार्क टोनर ने बताया कि अमेरिकी विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन ने कल अपने चीनी समकक्ष यांग जाइची से फोन पर बात की और रचनात्मक द्विपक्षीय संबंध की महत्ता पर चर्चा की। उन्होंने इस फोन कॉल से जुड़ी विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा,‘दोनों पक्ष क्षेत्रीय स्थिरता पर उत्तर कोरिया के कारण मंडराने वाले खतरे से निपटने की जरूरत पर सहमत हो गए।’

टोनर ने कहा कि दोनों नेताओं ने आर्थिक एवं व्यापारिक मामलों पर चर्चा करने के साथ-साथ आतंकवाद से निपटने, कानून प्रवर्तन और अंतरराष्ट्रीय अपराध से निपटने पर सहयोग करने पर चर्चा की। इससे पहले अमेरिका और जापान ने उत्तर कोरिया से अपील की थी कि वह अपना परमाणु और बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम छोड़ दे। उन्होंने प्योंगयांग को चेतावनी भी दी थी कि वह आगे कोई ‘भड़काऊ काम’ न करे। चीन ने उत्तर कोरिया से होने वाले कोयले के आयात को शेष वर्ष के लिए निलंबित भी कर दिया है। यह प्रतिबंध सुरक्षा परिषद द्वारा नवंबर 2016 में लगाए गए प्रतिबंधों के अनुरूप है। ये प्रतिबंध पिछले साल के अगस्त में उत्तर कोरिया द्वारा किए गए पांचवें परमाणु परीक्षण के कारण लगाए गए थे।