उत्तर कोरिया की ओर से रविवार को लंबी दूरी के राकेट का प्रक्षेपण किए जाने के बाद वैश्विक स्तर पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की गई और उसके खिलाफ ‘कड़ी’ कार्रवाई का आह्वान किया गया। हाइड्रोजन बम के सफल परीक्षण का दावा करने के एक महीने बाद उत्तर कोरिया ने एलान किया कि उसने एक उपग्रह को अंतरिक्ष की कक्षा में स्थापित कर दिया है। प्योंगयांग ने अपने लिए इसे बड़ा मौका करार दिया, लेकिन वैश्विक स्तर पर इसे बैलेस्टिक मिसाइल का परीक्षण बताकर निंदा की गई है। अमेरिका ने इसकी निंदा करते हुए कहा कि उत्तर कोरिया यह कदम ‘अस्थिर करने और उकसाने वाला’ है।
अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी ने कहा, ‘अमेरिका उत्तर कोरिया की ओर से रविवार को किए गए मिसाइल परीक्षण की कड़ी निंदा करता है और यह बैलेस्टिक मिसाइल तकनीक के इस्तेमाल से संबंधित संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा प्रस्तावों का घोर उल्लंघन है।’ उन्होंने कहा, ‘एक महीने के भीतर यह दूसरा मौका है जब उत्तर कोरिया ने उकसाने वाली कार्रवाई की है। इससे न सिर्फ कोरियाई प्रायद्वीप की सुरक्षा के लिए खतरा पैदा हुआ है, बल्कि इस क्षेत्र और अमेरिका के लिए खतरा है।’
उत्तर कोरिया ने बीते छह जनवरी को शक्तिशाली हाइड्रोजन बम के परीक्षण का दावा किया था जिसके बाद दक्षिण कोरिया और जापान ने उस पर नए सिरे से पाबंदी लगाने की मांग की थी। संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने उत्तर कोरिया के राकेट प्रक्षेपण की आलोचना करते हुए कहा कि प्योंगयांग को अपने ‘उकसाने वाले कदमों’ को रोकना चाहिए और अंतरराष्ट्रीय प्रतिबद्धताओं का पालन करना चाहिए। उत्तर कोरिया का यह कदम संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों का उल्लंघन है। ब्रिटेन के विदेश मंत्री फिलिप हैमंड ने कहा, ‘मैं उत्तर कोरिया के बैलेस्टिक मिसाइल प्रौद्योगिकी परीक्षण की निंदा करता हूं।’ चीन ने उत्तर कोरिया के राकेट प्रक्षेपण को लेकर ‘अफसोस जताया।’ बीजिंग उत्तर कोरिया का प्रमुख साझेदार है।
उत्तर कोरिया के प्रति नरम रुख रखने वाले रूस ने भी इस कदम की निंदा की और कहा कि यह क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए बड़ा आघात है। फ्रांस ने कहा कि यह ‘संवेदनहीन कार्रवाई’ है और उसने सुरक्षा परिषद से ‘तेज एवं कड़े’ जवाब का आह्वान किया। उत्तर कोरिया के राकेट प्रक्षेपण की पृष्ठभूमि में दक्षिण कोरिया और अमेरिका के रक्षा अधिकारयों ने कहा कि वे कोरियाई प्रायद्वीप में अमेरिकी मिसाइल रक्षा प्रणाली की तैनाती को लेकर औपचारिक बातचीत शुरू करेंगे।
दक्षिण कोरिया के नीतिगत मामलों के उप रक्षा मंत्री यू जेह-सेउंग ने कहा, ‘यह फैसला किया गया कि कोरिया-अमेरिका गठजोड़ की मिसाइल रक्षा को मजबूती प्रदान करने के कदमों के तहत दक्षिण कोरिया में ‘थाड’ प्रणाली की तैनाती की संभावना पर बातचीत औपचारिक रूप से आरंभ की जाए।’ दक्षिण कोरिया में ‘टर्मिनल हाई अल्टीट्यूड एरिया डिफेंस’ (थाड) प्रणाली की तैनाती को लेकर पिछले कुछ समय से अटकलें चल रही हैं। दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति पार्क ग्वेन हे ने उत्तर कोरिया के रॉकेट प्रक्षेपण को लेकर संयुक्त राष्ट्र की ओर से कड़ी प्रतिक्रिया का आह्वान किया है। जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने उत्तर कोरिया के इस कदम की निंदा की और कहा कि यह संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा प्रस्तावों का उल्लंघन है।