संयुक्त राष्ट्र की मानवाधिकार इकाई ने यौन रुझान और लिंग आधारित हिंसा एवं भेदभाव की निगरानी के लिए एक विशेषज्ञ की नियुक्त करने का फैसला किया है। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद ने यह पद तैयार करने का फैसला मतदान के माध्यम से किया। पक्ष में 23 और विपक्ष में 18 मत पड़े।

यह स्वतंत्र विशेषज्ञ समलैंगिकों और ट्रांसजेंडर के खिलाफ कुछ भी गलत होने पर उनके मामले को देखेगा। इस विशेषज्ञ का कार्यकाल तीन साल का होगा। सितंबर महीने में होने वाली बैठक में विशेषज्ञ को नियुक्त किया जाएगा।

इस संदर्भ में लाए गए प्रस्ताव को लातिन अमेरिकी और पश्चिमी देशों का पुरजोर समर्थन मिला, जबकि कई अफ्रीकी और पश्चिम एशियाई देशों ने चीन के साथ मिलकर इस प्रस्ताव के विपक्ष में मतदान किया।