संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने विश्व संस्था की मानवाधिकार परिषद से यमन में दुर्व्यवहार और हिंसा के अन्य मामले, खास कर पिछले सप्ताह के अंत में एक अंतिम संस्कार के दौरान सउदी अरब की अगुवाई वाले गठबंधन द्वारा किए गए ‘‘भयावह हमले’’ के बाद अधिकारों के उल्लंघन की जांच करने के लिए तत्काल एक स्वतंत्र निकाय गठित करने का आग्रह किया है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने संवाददाताओं को बताया कि यमन की राजधानी सना में शनिवार को हवाई हमलों में 140 से अधिक लोग मारे गए और 525 से अधिक घायल हो गये। उन्होंने कहा कि यमन में जारी संघर्ष की वजह से करीब दो करोड़ से अधिक लोगों को तत्काल मानवीय सहायता की जरूरत है और यह आंकड़ा वहां की कुल आबादी का लगभग 80 फीसदी है।
बान ने कल कहा ‘‘सऊदी नीत गठबंधन के हवाई हमले से जान माल का भीषण नुकसान हुआ है और देश के अधिकतर अस्पताल तथा अन्य महत्वपूर्ण नागरिक अवसंरचनाएं नष्ट हो गई हैं।’ उन्होंने कहा ‘‘जिन लोगों पर बमबारी की गई वे लोग अपनों को खोने की वजह से पहले ही दुखी थे। ‘
बान ने कहा ‘ हालिया भयावह घटना की पूरी तरह जांच की जरूरत है और अधिक व्यापक परिप्रेक्ष्य में इस पूरे युद्ध के लिए जवाबदेही तय होनी चाहिए।’ इससे पहले, संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार प्रमुख जैद राद अल हुसैन ने कल सउच्च्दी नीत हमलों की भर्त्सना की थी और यमन में हो रहे उल्लंघनों की स्वतंत्र जांच का अपना आह्वान फिर से दोहराया था।