रूस-यूक्रेन के बीच युद्ध शुरू हुए 43 दिन चुके हैं। यूक्रेन की सेना किसी तरह रुसी सेना को पीछे खदेड़ने की कोशिश कर रही है लेकिन रुसी सेना भी एक के बाद एक हमले कर यूक्रेन में तबाही मचाई हुई है। आज एक ऐसा ही एक हमला रूस की तरफ से यूक्रेन के क्रामटोरस्क रेलवे स्टेशन पर किया गया। इस हमले में करीब 39 लोग मारे गए और 100 से अधिक लोग घायल हो गए। यूक्रेन की सरकारी रेलवे कंपनी की तरफ से बताया गया कि यह हमला तब हुआ जब यूक्रेनी नागरिक देश के पूर्वी हिस्सों से निकलकर सुरक्षित पश्चिमी हिस्सों की तरफ जाने की कोशिश कर रहे थें।

रूस की ओर से यूक्रेन में किये मानव अधिकारों के उल्लंघन को लेकर संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) ने उसे संयुक्त राष्ट्र मानव अधिकार परिषद से बहार कर दिया है। अमेरिका की ओर से लाए गए प्रस्ताव पर 93 देशों ने पक्ष में मतदान किया जबकि 24 देशों ने इसके खिलाफ वोट किया। भारत समेत 58 देशों ने इस वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया।

यूक्रेनी नागरिकों पर लागातर हमलों को देखते हुए जापान ने बड़ा कदम उठाया है समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक जापान ने आठ रुसी राजनयिकों को देश से बाहर निकालने का आदेश दे दिया है। इससे करीब एक हफ्ते पहले यूरोपीय यूनियन के बड़े देश फ्रांस और जर्मनी भी रुसी राजनयिकों को देश से  बाहर निकालने की बात कह चुके हैं। जापान के विदेश मंत्रालय की तरफ से कहा गया कि देश से बहार निकाले गए रुसी राजनियकों में कई व्यापार अधिकारी भी शामिल है लेकिन रुसी राजदूत मिखाइल गालुज़िन का नाम इसमें शामिल नहीं है।

पुतिन की बेटियों पर लगा प्रतिबंध:यूक्रेन पर लगातार जारी हमले को देखते हुए अमेरिका, यूरोपीय यूनियन और यूनाइटेड किंगडम ने रूस पर नए प्रतिबंधों का ऐलान किया है। इसमें  रुसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की दो बेटियों पर प्रतिबंध लगा दिया है इनमें मारिया वोरोन्त्सोवा और कतेरीना तिखोनोवा का नाम शमिल है। इसके साथ रुसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव के परिवारजनों पर भी प्रत्तिबंध लगया गया है।

यूरोपीय परिषद के प्रमुख चार्ल्स मिशेल ने यूक्रेन को हथियार उपलब्ध कराने के लिए अतिरिक्त 500 मिलियन यूरो जारी करने के प्रस्ताव का समर्थन किया। मिशेल की ओर से किये गए ट्वीट में कहा गया कि “एक बार प्रस्ताव के स्वीकृत होने के बाद यह यूक्रेन के लिए सैन्य उपकरणों के लिए पहले से प्रदान किए गए यूरोपीय संघ के समर्थन को 1.5 अरब यूरो तक बढ़ाया जाएगा।“