यूक्रेन की सरकारी सेना और रूस समर्थित अलगाववादी व्रिदोहियों के बीच बढ़ती लड़ाई के पांचवें दिन पूर्वी यूक्रेन तोप के गोलों से दहला रहा। सरकार ने बताया कि रातभर चली लड़ाई में यूक्रेन के दो सैनिकों की मौत हो गयी और 10 अन्य घायल हो गए जबकि विद्रोहियों के अनुसार उनका एक लड़ाका मारा गया। शाम के बाद लड़ाई और तेज हो गयी और दोनों पक्षों ने नागरिकों के मारे जाने की बात कही है। एपी के संवाददाताओं ने रात के दौरान दोनों ओर से रॉकेट दागे जाने की आवाज सुनी। एव्दिइव्का में सप्ताहांत में शुरू हुई इस लड़ाई में अब तक कम से कम 15 लोगों की मौत हो गयी है। अप्रैल 2014 में अलगाववादी विद्रोहियों के साथ शुरू हुई लड़ाई में अब तक 9700 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं।

गुरुवार (2 फऱवरी) को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन पर नए अमेरिकी प्रशासन और अन्य पश्चिमी शक्तियों से समर्थन पाकर लड़ाई शुरू करने का आरोप लगाया। यूक्रेन इस बात से चिंतित है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप यूक्रेन में रूस की गतिविधियों के लिए उस पर लगाये गये कुछ प्रतिबंध हटा सकते हैं और इसके बाद यूरोपीय संघ के सदस्य देश भी ऐसा कर सकते हैं। पुतिन ने बुडापेस्ट में हंगरी के प्रधानमंत्री विक्टर ओर्बान से मुलाकात के बाद कहा, ‘यूक्रेन के नेतृत्व को पैसा चाहिये और खुद को आक्रामकता का पीड़ित दिखाकर यूरोपीय संघ, अमेरिका और अंतरराष्ट्रीय संगठनों से पैसा पाना सबसे अच्छा तरीका है।’

इस बीच एएफपी की एक खबर के मुताबिक संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की दूत निकी हैली ने यूक्रेन में रूस की ‘आक्रामक कार्रवाई’ की निंदा की है और कीव को अमेरिका का मजबूत सहयोग देने की बात कही। उन्होंने यह बात ऐसे समय में कही जब नया अमेरिकी प्रशासन रूस के साथ संबंध सुधारना चाहता है। निकी ने संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद में अपने पहले जन संबोधन में कहा, ‘हम रूस के साथ संबंध बेहतर करना चाहते हैं। हालांकि पूर्वी यूक्रेन में गंभीर स्थिति यह मांग करती है कि रूस की कार्रवाई की स्पष्ट और कड़ी निंदा की जाये।’ उन्होंने गुरुवार को कहा, ‘अमेरिका, यूक्रेन के लोगों के साथ है जो रूस के कब्जे और सैन्य हस्तक्षेप के कारण करीब तीन वर्षों से पीड़ित हैं। जब तक रूस और उसके समर्थन वाले अलगाववादी यूक्रेन की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान नहीं करेंगे तब तक संकट बना रहेगा।’