रूस और यूक्रेन के युद्ध को दो साल होने को है, अभी भी जमीन पर स्थिति सुधरी नहीं है, कुछ शांति समझौते की सुगबुगाहट जरूर है, लेकिन राष्ट्रपति पुतिन ज्यादा उत्साहित नजर नहीं आ रहे। इस बीच अब यूक्रेन को लेकर एक दिलचस्प बात पता चली है। युद्ध के मैदान में खड़े यूक्रेन के सैनिकों की एक अजीब जिद है जो अगर पूरी ना हो तो वे जंग में ना जाए।

आखिर क्या है यह कैंडी?

बीबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक इस जिद का नाम ‘कैंडी’ है। यहां पर कैंडी का मतलब किसी टॉफी या मिठाई से नहीं है, बल्कि हवा में उड़ रहे ड्रोन को डिटेक्ट करने का एक अनोखा डिवाइस है यह। दिखने में यह डिवाइस एक छोटे डिब्बे जैसा दिखाई पड़ता है, इसे आसानी से एक हाथ में थमाया जा सकता है। जानकार मानते हैं कि यूक्रेन के सैनिकों के लिए यह सिर्फ एक डिवाइस नहीं है, बल्कि मौत और जीवन के बीच का अंतर है। यह डिवाइस हाथ में है तो जिंदा बचने की उम्मीद कायम है, अगर यह डिवाइस साथ नहीं है, रूस के ड्रोन कभी भी हमला कर सकते हैं।

युद्ध में इसका क्या इस्तेमाल?

समझने वाली बात यह है कि रूस की तरफ से कई प्रकार के ड्रोन यूक्रेन की धरती पर छोड़े जाते हैं। यह ड्रोन मिसाइल दागने वाले भी होते हैं और कई दूसरे खुफिया वाले भी रहते हैं। पिछले कुछ समय में तो ऐसे ड्रोन की तादाद और ज्यादा बढ़ चुकी है, इसी वजह समय रहते इन्हें डिटेक्ट करना यूक्रेन के लिए काफी जरूर हो गया है। यही कारण है कि यूक्रेन का हर सैनिक इस कैंडी के पीछे पड़ा है। यह कैंडी कितनी भी महंगी क्यों ना हो, हर सैनिक को यह जरूर चाहिए।

किसने किया अविष्कार?

जानकारी के लिए बता दें कि इस कैंडी का अविष्कर लंदन में रहने वाले दमित्री सेलन ने किया है। उनका तर्क है कि उन्हें एक ऐसा डिवाइस तैयार करना था जो आसानी से युद्ध के दौरान इस्तेमाल किया जा सके। वे मानते हैं कि ड्रोन डिटेक्टर डिवाइस को इस्तेमाल करना आसान नहीं होता, ऐसे में ऐसे डिवाइस की जरूरत होती है जो आसानी से युद्ध के समय साथ रखा जाए। उन्होंने तब एक चीनी का डिब्बा देखा था, बस उसी से प्रेरित होकर अपना डिवाइस तैयार किया और उसका नाम कैंडी पड़ गया।