ब्रिटेन में हाल ही में हुए आतंकी हमलों की दहशत के बीच गुरुवार को लाखों लोग आम चुनाव के लिए मतदान करेंगे। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सत्तारूढ़ कन्जर्वेटिव पार्टी और विपक्षी लेबर पार्टी के बीच की कांटे की टक्कर है। हालांकि मतदान पूर्व अनुमान में सत्तारूढ़ कन्जर्वेटिव पार्टी को बहुमत मिलने की संभावना जताई जा रही है। बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, स्थानीय समयानुसार सुबह सात बजे देशभर के 40,000 मतदान केंद्रों पर वोट डाले जाएंगे।
मतदान रात 10 बजे समाप्त होगा, जिसके बाद वोटों की गिनती शुरू होगी। मतदान में 4.69 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे और 650 वेस्टमिन्सटर सांसदों का चुनाव करेंगे। डाक के जरिए पहले ही कुछ वोट डाले जा चुके हैं। हाउस ऑफ कॉमन्स में बहुमत के लिए किसी भी पार्टी को 326 सीटें हासिल करनी होंगी।
गार्डियन की रिपोर्ट के अनुसार प्रधानमंत्री थेरेसा मे ने बुधवार को चुनाव अभियान के अंतिम दिन कहा कि वह ‘सकारात्मक महसूस कर रही हैं।’ उन्होंने विपक्षी लेबर पार्टी के गढ़ों – वेस्ट मिडलैंड्स, यॉकशायर और पूवरेत्तर में मतदाताओं से वोट की अपील की। उन्होंने कहा कि ब्रेक्सिट की प्रक्रिया के लिए महज 11 दिन बचे हैं और मतदाताओं के पास उनमें या लेबर पार्टी के नेता जेरेमी कोर्बिन में से किसी एक को चुनने का विकल्प है।
थेरेसा ने फ्लीटवुड, ब्रैडफोर्ड, स्टोक, साउथंप्टन और नोट्टिंघम में अपने 48 घंटों के चुनाव अभियान के दौरान कहा कि वह चाहती हैं कि जनता आतंकवादी हमलों के विरोध में वोट करें। कोर्बिन ने इस बीच स्कॉटलैंड के ग्लासगो से शुरू करके लंदन के इस्लींगटन तक छह रैलियां कीं। इसी बीच लिबरल डेमोक्रेट नेता टिम फैरन ने मतदाताओं से उनकी पार्टी को समर्थन देकर थेरेसा को ब्रेक्सिट जैसे मुद्दों पर ‘संदेश देने’ का आग्रह किया।
गौरतलब है कि शनिवार (3 जून) रात करीब 10 बजे दो अलग-अलग जगहों पर आतंकियों ने हमला कर दिया था। इस हमले में सात लोगों की मौत हो गई थी और 48 लोग घायल हो गए थे। यह हमला आतंकियों ने लंदन ब्रिज पर किया था। इसके बाद वैन से उतरकर तीन आतंकियों ने सड़क पर चल रहे लोगों पर चाकूओं से हमला कर दिया। हमले में एक ब्रिटिश परिवहन पुलिस अधिकारी भी घायल हो गया था।
