तुर्की मे राष्ट्रपति रीसेप तयैप अरडोगन के नेतृत्व वाली जस्टिस एंड डवलपमेंट पार्टी (एकेपी) को बड़ी जीत मिली है। इसके साथ ही तुर्की में एक बार फिर से एकल पार्टी शासन की वापसी हो गई है। एकेपी पार्टी ने 49.4 फीसद मत प्राप्त कर 550 सदस्यीय संसद में 316 स्थानों पर जीत पक्की कर ली है। करीब-करीब सारे मतों की गिनती हो चुकी है। पार्टी आसानी से अकेले सरकर बनाने की स्थिति में है।
पिछले 13 वर्षों में, जून में पहली बार तब एकेपी को बहुमत खोना पड़ा था, जब कुर्दिश समर्थक डेमोक्रेटिक पार्टी (एचडीपी) ने पहली बार संसद में प्रवेश किया था। तुर्की में सबसे बड़े अल्पसंख्यक समुदाय के साथ बढ़ता संघर्ष नई सरकार के समाने सबसे बड़ी चुनौती है।
चुनाव के बाद अरडोगन ने कहा कि मतदाताओं ने ‘एकता और अखंडता’ को चुना है। जबकि विश्लेषकों का कहना है कि उनकी जीत कुर्दिश उग्रवादियों की ताजा हिंसा और खूनी जिहादी हमलों में वृद्धि की बढ़ती आशंका का नतीजा है। उन्होंने कहा कि हमारी जनता ने एक नवंबर के चुनाव में यह स्पष्ट कर दिया है कि वह विवादों के बजाय काम और विकास चाहते हैं।
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