Justin Trudeau Bids Farewell To Canadian Parliament: कनाडा के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद जस्टिन ट्रूडो संसद से मजाकिया अंदाज में बाहर निकले। ट्रूडो संसद से अपनी कुर्सी लेकर बाहर निकले। वह कैमरे को जीभ दिखाते हुए नजर आए। जस्टिन ट्रूडो की यह फोटो अब हर तरफ वायरल है। कनाडा के न्यूजपेपर टोरंटो सन के पॉलिटिकल लेखक ब्रायन लिली ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर लिखा, कनाडाई संसदीय परंपरा के अनुसार, सांसदों को पद छोड़ते समय अपनी कुर्सियां अपने साथ ले जाने की इजाजत है।
लिली ने कहा कि मुझे यह एक महान परंपरा लगती है, जिसका मैं समर्थन करता हूं। हालांकि, ट्रूडो की यह एक अजीब तस्वीर है जिसमें वे अपनी कुर्सियां साथ ले जा रहे हैं। साथ ही, शायद यह जल्द होने वाले चुनाव की तरफ इशारा है। लिबरल लीडरशिप कन्वेंशन में अपनी फेयरवेल स्पीच में ट्रूडो ने सत्ता में अपने एक दशक के कार्यकाल पर फोकस किया और अपनी पार्टी की उपलब्धियों को गिनाया। उन्होंने कहा कि पिछले 10 सालों में हमने मिडिल क्लास और उससे जुड़ने के लिए कड़ी मेहनत करने वाले लोगों के लिए जो कुछ किया है, उस पर मुझे गर्व है। उन्होंने अपने समर्थकों से कनाडा के लिए लड़ाई जारी रखने का आग्रह किया।
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जस्टिन ट्रूडो ने मार्क कार्नी से मुलाकात की
ट्रूडो के पद से हटने के बाद कनाडा के पूर्व गवर्नर मार्क कार्नी को लिबरल पार्टी का नया नेता चुना गया है। कार्नी के सामने अब आगामी संघीय चुनावों में पार्टी का नेतृत्व करने की चुनौती है। ट्रूडो ने रविवार को हुए पार्टी चुनाव में कार्नी की जीत के बाद सत्ता हस्तांतरण की प्रक्रिया शुरू करने के लिए सोमवार को नए लिबरल नेता और प्रधानमंत्री पद के लिए मनोनीत मार्क कार्नी से मुलाकात की थी। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कनाडा को 51वां अमेरिकी राज्य बनाने के बारे में सोचना जारी रखा है और एक ट्रेड वॉर शुरू किया है, जिसके बारे में ट्रूडो का कहना है कि इसका मकसद कनाडाई इकोनॉमी को ध्वस्त करना है ताकि विलय को आसान बनाया जा सके।
कौन हैं मार्क कार्नी?
कार्नी को 2003 में बैंक ऑफ कनाडा का डिप्टी गवर्नर नियुक्त किया गया था। कुछ सालों के बाद वह वित्त के वरिष्ठ सह उप मंत्री बने। वे बैंक के शीर्ष पद पर नियुक्त होने तक इस पद पर बने रहे। 2013 में उन्हें बैंक ऑफ इंग्लैंड के गवर्नर के रूप में लंदन लौटने के लिए नियुक्त किया गया। बैंक ऑफ इंग्लैंड के 300 साल के इतिहास में वे पहले ऐसे गैर ब्रिटिश नागरिक थे, जिन्हें यह जिम्मेदारी मिली। वे 2020 तक इससे जुड़े रहे। ब्रेग्जिट के दौरान लिए फैसलों ने उन्हें ब्रिटेन में मशहूर बना दिया। पढ़ें पूरी खबर…