अटलांटिक महासागर में चर्चित जहाज़ टाइटैनिक का मलबा दिखाने गई पनडुब्बी अब भी लापता है। इस पनडुब्बी की खोज में हर तरह के प्रयास कर लिए गए हैं। पनडुब्बी में महज़ चंद घंटों का ऑक्सीजन बाकी रह गया है। सवार लोगों में पाकिस्तानी अरबपति शहज़ादा दाऊद उनके बेटे सुलेमान, ब्रितानी व्यवसायी हामिश हार्डिंग हैं। 

रविवार को लापता हुई इस पनडुब्बी के लिए बहुत तेज़ी से खोज अभियान चल रहा है।  क्योंकि अधिकारियों को डर है कि जहाज पर केवल कुछ घंटों के लायक ऑक्सीजन है और अगर इसे रेसक्यू नहीं किया गया तो इसमें सवार लोगों नहीं बचाया जा सकेगा। समुद्र तल से जहाजों को निकालने में सक्षम अमेरिकी नौसेना की बचाव कंपनी सेंट जॉन्स न्यूफ़ाउंडलैंड तक पहुंच गई है, लेकिन यह साफ नहीं है कि यह अभी तक उत्तरी अटलांटिक में साइट के लिए रवाना हुई है या नहीं। 

अमेरिकी तट रक्षक ने कहा कि उसने खोज के दौरान मंगलवार और बुधवार को सोनार (समंदर के भीतर खोए हुए जहाजों\वस्तुओं का पता लगाने की तकनीक)  द्वारा उठाई गई धमाके की आवाज से फिलहाल कुछ हासिल नहीं हो सका है। 

यह पनडुब्बी 18 जून (रविवार) को गायब हुई थी। एस कोस्ट गार्ड के कप्तान जेमी फ्रेडरिक ने कहा कि बचाव अभियान जारी है लेकिन यह एक मुश्किल अभियान है। पनडुब्बी पायलट सहित पांच लोगों को ले जा सकती है और इसमें 70 से 96 घंटे तक ऑक्सीजन लाइफ-सपोर्ट होता है। अब महज़ कुछ घंटों का ऑक्सीज़न बाकी रहा है। 

24 घंटे के भीतर खुद समंदर से बाहर आ जाए ऐसा है डिजाइन 

सीएनएन की खबर के मुताबिक टाइटैनिक के मलबे के रास्ते में गायब हुई टाइटन पनडुब्बी को लेकर निवेशक यह दावा करते रहे हैं की यह 24 घंटों के बाद सतह पर लौट जाए, इस तरह डिजाइन की गयी है। पनडुब्बी को तल पर रखने के लिए भारी वज़न होता है जो औटोमेटिक तौर पर 24 घंटे के भीतर पनडुब्बी को छोड़ देता है और पनडुब्बी सतह पर आ जाती है। लेकिन ऐसा नहीं हुआ है। 

क्यों हुआ दावा विफल? 

लापता पनडुब्बी में ओशनगेट के सीईओ स्टॉकटन रश भी मौजूद हैं, सीएनएन की एक रिपोर्ट के मुताबिक वह खुद यह दावा करते रहे हैं कि टाइटन को बनाने में लापरवाही बरती गयी है। हो सकता है कि जिस हादसे का अंदेशा लगाया जा रहा है उसकी खास वजह यह लापरवाही भी हो। यह पनडुब्बी सिर्फ 2022 में एक बार इस यात्रा में सफल हो पाई है।