तुर्की में एक सैन्य अधिकारी की डेड बॉडी की तलाश कर रहे 8 सैनिकों की मीथेन गैस लीक से मौत हो गयी। तुर्की के रक्षा मंत्रालय ने सोमवार को बताया कि उत्तरी इराक में एक गुफा में सर्च ऑपरेशन के बाद मीथेन गैस लीक से तीन और तुर्की सैनिकों की मौत हो गई है, जिससे मरने वालों की संख्या आठ हो गई है। सैनिक कुर्दिश आतंकवादियों द्वारा पहले मारे गए एक साथी सैनिक की बॉडी की तलाश कर रहे थे। मंत्रालय के अनुसार, सैनिक एक पहाड़ी गुफा पर खोज कर रहे थे, जब उनमें से 19 गैस के संपर्क में आ गए। रविवार को मीथेन गैस से 5 सैनिकों की मौत हो गई थी और तीन और सैनिकों ने सोमवार को दम तोड़ दिया।

मंत्रालय के अनुसार, मीथेन गैस से प्रभावित तुर्की के सैनिक मई 2022 में एक सर्च ऑपरेशन के दौरान आतंकवादी की गोलीबारी से मारे गए एक सैन्य अधिकारी की डेड बॉडी की तलाश कर रहे थे। पिछले तीन सालों से रिकवरी टीमें इस क्षेत्र की तलाश कर रही हैं। जिस गुफा में यह घटना हुई वह 852 मीटर (2,795 फीट) की ऊंचाई पर स्थित है और पहले इसे PKK द्वारा एक फील्ड अस्पताल के रूप में इस्तेमाल किया जाता था।

गुफा में सैन्य अधिकारी की डेड बॉडी तलाश रहे थे तुर्की के सैनिक

मंत्रालय ने सोमवार को कहा, “हम इस दुखद घटना में अपनी जान गंवाने वाले हमारे वीर शहीदों पर ईश्वर की दया की प्रार्थना करते हैं।” साथ ही, प्रभावित अन्य सैनिकों के शीघ्र स्वस्थ होने की आशा भी व्यक्त की। मंत्रालय ने कहा कि यह घटना ‘क्लॉ-लॉक ऑपरेशन क्षेत्र’ में हुई थी जो अप्रैल 2022 में उत्तरी इराक में कुर्दिस्तान वर्कर्स पार्टी या पीकेके के खिलाफ शुरू किए गए ऑपरेशन का संदर्भ है।

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तुर्की और पीकेके के बीच पिछले 40 साल से संघर्ष चल रहा है जो अब इराक और सीरिया में भी फैल गया है। तुर्की ने उत्तरी इराक में कई ठिकाने बनाए हैं, जहां पीकेके दशकों से स्थापित है। पीकेके, जिसे तुर्की और अधिकांश पश्चिमी देश आतंकवादी संगठन मानते हैं, उसने मई में घोषणा की थी कि वह तुर्की के साथ एक नई शांति पहल के तहत सशस्त्र संघर्ष को खत्म कर देगा। उम्मीद है कि इसके लड़ाके अगले कुछ दिनों में निरस्त्रीकरण की दिशा में पहला ठोस कदम उठाते हुए अपने हथियार सौंपना शुरू कर देंगे।