कनाडा के ओंटारियो प्रांत के ब्रैम्पटन शहर में भारतीय मूल के एक परिवार के तीन लोगों की घर में जलकर मौत हो गई। घर में आग कैसे लगी, पुलिस इसकी जांच कर रही है। मरने वालों में पति-पत्नी और 16 साल की उनकी बेटी शामिल है। घटना सात मार्च की है, लेकिन शवों की हालत इतनी ज्यादा खराब हो चुकी थी कि पहचान नहीं हो पा रही थी। शनिवार 16 मार्च को उनकी पहचान हो पाई।

पुलिस लोगों से पूछताछ कर जुटा रही जानकारी

पुलिस का कहना है कि अग्निकांड को घरेलू आग बताई जा रही है, लेकिन शुरुआती जांच से ऐसा नहीं लगता है। पुलिस को घटना में कई तरह की साजिश के संकेत मिले हैं। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है। पुलिस का कहना है कि वह आसपास के लोगों और अन्य लोगों से पूछताछ कर परिवार के बारे में जानकारी जुटा रही है। यह भी पता किया जा रहा है कि उनका किसी से दुश्मनी या विवाद तो नहीं था।

मरने वालों में पति-पत्नी के अलावा उनकी बेटी भी शामिल

मृतकों की पहचान 51 वर्षीय राजीव वारिकू, उनकी पत्नी 47 वर्षीय शिल्पा कोथा और उनकी 16 वर्षीय बेटी महक वारिकू के रूप में की गई है। तीनों लोगों के शव उनके घर बिग स्काई वान किर्क ड्राइव में मिले हैं।

स्थानीय मीडिया से बात करते हुए परिवार के पड़ोसी केनेथ योसाफ ने कहा कि पिछले हफ्ते उन्हें एक परिवार ने आग को लेकर चेतावनी दी थी। उन लोगों ने जोरदार धमाका सुना था। जब वे मौके पर पहुंचे तो पूरा घर आग से घिरा हुआ था। कुछ घंटों के अंदर सब कुछ जलकर राख हो चुका था। हालांकि उस समय यह नहीं पता चल सका था कि घर के अंदर कितने लोग थे। स्थानीय पुलिस का कहना है कि आग बुझने के बाद जब वे अंदर गये तो वहां तीन मानव कंकाल मिले। जांच में पता चला कि आग लगने से पहले वहां पर तीनों लोग वहां रह रहे थे।

केनेथ योसाफ ने कहा कि यह परिवार लगभग 15 वर्षों से वहां रह रहा था और उन्होंने कभी भी उनमें कोई समस्या नहीं देखी। सीटीवी समाचार चैनल की रिपोर्ट के अनुसार पील पुलिस ने शुक्रवार को आग लगने की घटना को साजिश का हिस्सा बताया।