अफगानिस्तान में स्थित अमेरिका के सबसे बड़े सैन्य ठिकाने के भीतर शनिवार (12 नवंबर) तड़के हुए एक विस्फोट में चार लोगों की मौत हो गयी। तालिबान ने हमले की जिम्मेदारी ली है। नाटो ने बताया कि काबुल के उत्तर में स्थित सुरक्षा की चाक चौबंद व्यवस्था वाले बागराम एयरफील्ड के भीतर विस्फोट हुआ। हमले में मारे जाने वाले लोगों की पहचान के बारे में अभी तत्काल पता नहीं चल सका है। नाटो के औपचारिक रूप से युद्धक अभियान समाप्त करने के बाद के करीब दो सालों में अफगानिस्तान में सुरक्षा हालात खराब हुए हैं।

सैन्य गठबंधन ने एक संक्षिप्त बयान में बताया है, ‘बगराम एयरफील्ड में एक विस्फोटक उपकरण में विस्फोट हुआ जिसमें कई लोग हताहत हुए। हमले में चार लोगों की मौत हो गयी और करीब 14 लोग घायल हुए हैं।’ उन्होंने बताया, ‘बगराम में प्रतिक्रिया दल लगातार घायलों का इलाज कर रहे हैं और कुछ अन्य घटना की जांच कर रहे हैं।’ परवान प्रांत के गर्वनर वहीद सिद्दीकी ने बताया कि यह विस्फोट उस आत्मघाती हमलावर के कारण हुआ जिसने ठिकाने के भीतर खुद को उड़ा लिया। बगराम, परवान में स्थित है। सिद्दीकी ने बताया, ‘हम अभी तक पीड़ितों की पहचान नहीं कर सके हैं। लेकिन हमलावर अफगान श्रमिकों में से कोई है जो वहां काम कर रहा था।’

बगराम जिला के गर्वनर अब्दुल शकूर कुद्दुसी ने बताया कि विस्फोट अंतरराष्ट्रीय समयानुसार एक बजे के करीब हुआ। विस्फोट बहुत शक्तिशाली था और पूरे इलाके में इसकी आवाज सुनाई दी। अफगानिस्तान में अमेरिका और नाटो के वरिष्ठ कमांडर जॉन निकल्सन ने बताया, ‘अपने प्रियजनों को खोने वाले परिवार और दोस्तों के दुख में हम शामिल हैं और आपके साथ खड़े हैं। हम अपनी गहरी सहानुभूति व्यक्त करते हैं।’ बगराम एफरफील्ड काबुल के नजदीक है जिस पर तालिबान के लड़ाके अक्सर हमला करते रहे हैं।