विद्रोहियों के कब्जे वाले सीरिया के आखिरी इलाके अलेप्पो से लोगों की निकासी का काम गुरुवार (15 दिसंबर) को शुरू होने वाला है। कई बरसों की लड़ाई के बाद विपक्षी लड़ाके और नागरिक शहर छोड़ने की तैयारी कर रहे हैं। विद्रोहियों के हटने से राष्ट्रपति बशर अल असद के बलों को सीरिया के दूसरे शहर पर पूरा कब्जा करने का मार्ग प्रशस्त होगा जिससे शासन को पांच साल से अधिक समय से चल रहे गृहयुद्ध में सबसे बड़ी जीत मिलेगी। एएफपी के एक संवाददाता के मुताबिक दर्जन भर से अधिक खाली बसें और कई एंबुलेंसे शहर के दक्षिणी हिस्से की ओर गई हैं जहां लोगों के आने और वाहन में सवार होने की उम्मीद है। सीरियाई सरकारी टीवी की खबर के मुताबिक करीब 4,000 विद्रोहियों और उनके परिवारों को इस योजना के तहत निकाला जाएगा। इसने कहा है, ‘उनकी निकासी के लिए सारी प्रक्रियाएं पूरी हो गई हैं।’

प्रारंभिक योजना के तहत, हजारों असैन्य लोग और विद्रोही लड़ाके बुधवार तड़के सीरिया के अलेप्पो शहर को खाली करने वाले थे। लेकिन ऐसा नहीं हो सका। दरअसल, दोनों ओर से गोलाबारी और विमानों के हमले से शहर गुरुवार (15 दिसंबर) तड़के तक दहलता रहा। वहीं, सीरियाई शासन के सहयोगी देश रूस और विपक्ष समर्थक अंकारा की मध्यस्थता वाला समझौता ताजा वार्ता के बाद फिर से बहाल हुआ है। मास्को में रक्षा मंत्रालय ने बताया कि सीरियाई अधिकारियों ने शहर छोड़ने वाले विद्रोहियों को सुरक्षा की गारंटी दी है और इस बात की पुष्टि की कि तैयारी जारी है। इसने कहा है कि विद्रोहियों को उत्तर पश्चिम सीरियाई शहर इदलीब की ओर निकाला जाएगा जो विपक्ष का बड़ा गढ़ है।

‘इंटरनेशनल कमेटी ऑफ द रेड क्रॉस’ ने कहा है कि उसे घायलों को निकालने में मदद करने को कहा गया है और इसने रेड क्रीसेंट से सहायता के लिए 10 एंबुलेंस तथा करीब 100 स्वयंसेवी एवं कर्मचारी भेजे हैं। सीरिया में आईसीआरएसी की प्रवक्ता इंगी सेदकी ने बताया कि टीमें मौके पर हैं। उन्होंने बताया कि एंबुलेंस दूसरी ओर जानी शुरू हो गई है, घायलों की मदद के लिए अग्रिम पंक्ति को पार कर रही हैं। इससे पहले चिकित्सकों और अन्य स्वयंसेवियों की एक इकाई का नेतृत्व करने वाले अहमद अल दबिश ने बताया कि घायल नागरिक और उनके परिवार अल अमीरिया में एकत्र हो रहे हैं।