अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने रविवार (4 सितंबर) को कहा कि सीरिया में हिंसा कम करने और मानवीय सहायता की आपूर्ति बेहतर करने पर समझौता के लिए अमेरिका और रूस ‘रात-दिन’ काम कर रहे हैं, लेकिन अमेरिका को अभी पता नहीं है कि यह कारगर होगा। चीन में समूह 20 शिखर सम्मेलन से इतर ओबामा ने कहा कि सीरिया में गृहयुद्ध की समाप्ति के लिए क्या जरूरी है तथा कौन सा विरोधी समूह अमेरिकी तथा रूसी सेना का वैध निशाना होगा, इसको लेकर अमेरिका और रूस के बीच अभी ‘गंभीर मतभेद’ हैं।
उन्होंने कहा कि फिर भी एक ठोस समझौते तक पहुंचे का प्रयास करना सही है। ओबामा ने कहा, ‘हम अभी तक वहां नहीं पहुंचे हैं।’ उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है यह कहना अभी जल्दीबाजी होगी कि आगे का रास्ता स्पष्ट है, लेकिन कम से कम हमारे सामने कुछ प्रगति करने की संभावनाएं हैं।’ ओबामा की यह टिप्पणी ऐसे वक्त में आई है जब अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी तथा रूस के विदेश मंत्री सेरगी लावरोव सीरिया में आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट और अन्य चरमपंथियों के खिलाफ अमेरिकी-रूसी सैन्य सहयोग को बढ़ावा देने के लिए गंभीर वार्ता कर रहे हैं। मास्को ऐसा करने की लंबे वक्त से मांग कर रहा है।
इस संभावित समझौते में सीरिया के सुदूर इलाकों तक सहायता पहुंचाने तथा जिन क्षेत्रों में अमेरिका समर्थित विद्रोही सक्रिय हैं, वहां सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद सरकार द्वारा बमबारी किए जाने से रोकने के लिए कदम उठाने संबंधी प्रावधान शामिल होंगे। ओबामा पहले ब्रिटिश प्रधानमंत्री टेरिजा मे से मिले। वह तुर्की के राष्ट्रपति से भी मिलेंगे, और उनसे सीरिया के मुद्दे पर चर्चा होगी।