सीरिया की राजधानी दमिश्क के नजदीक एक शिया दरगाह के बाहर शनिवार (11 जून) को हुए दो बम विस्फोटों में कम से कम 20 व्यक्तियों की मौत हो गई। सरकारी सना संवाद समिति ने बताया कि दरगाह सय्यदा जैनब के प्रवेशद्वार पर दो आत्मघाती हमलावरों ने हमला किया जिसमें से एक कार में था। ब्रिटेन स्थित निगरानी समूह ‘सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स’ ने कहा कि विस्फोटों में कम से कम 20 व्यक्ति मारे गए हैं जिसमें 13 नागरिक शामिल हैं। इसके अलावा विस्फोटों में 30 से अधिक व्यक्ति घायल हुए हैं। सना के अनुसार विस्फोटों में कम से कम 12 व्यक्ति मारे गए और 55 घायल हुए हैं।

आईएस ने अपने अमाक संवाद समिति के जरिये हमले की जिम्मेदारी ली और कहा कि इसे तीन आत्मघाती हमलावरों ने अंजाम दिया। दमिश्क के केंद्र से करीब 10 किलोमीटर दक्षिण स्थित इस दरगाह की सुरक्षा में भारी संख्या में सरकार समर्थक बल तैनात हैं, इसके बावजूद यहां कई जिहादी हमले हो चुके हैं। इनमें से कई हमलों की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट (आईएस) समूह ने ली है।

सीरिया की सरकारी अल-इखबारिया चैनल घटनास्थल की तस्वीरें दिखायी जिसमें जली हुई कारें एवं काला धुआं उठते दिख रहा था। दमकल की गाड़ियों को आग बुझाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। सय्यदा जैनब में पिछली बार हमला 25 अप्रैल को हुआ था जिसमें कम से कम सात लोग मारे गये थे और कई घायल हुए थे।

ऑब्जर्वेटरी के अनुसार फरवरी में दरगाह के नजदीक आईएस द्वारा किये गए कर्ई बम विस्फोटों में 134 लोगों की मौत हो गई थी जिसमें अधिकतर नागरिक थे। जनवरी में एक अन्य हमले में 70 लोगों की मौत हो गई थी और इस हमले की जिम्मेदारी भी आईएस ने ली थी।