Who is Abu Mohammad Al Jolani: सीरिया एक बार फिर गृह युद्ध जैसी हालात में पहुंच गया है, कई सालों तक ISIS का दंश झेलने के बाद फिर वहां पर आतंक का साया देखने को मिल रहा है। सीरिया के बड़े शहर अलेप्पो पर जिस तरह से सरकार विरोधी विद्रोहियों ने कब्जा किया है, वो देख पूरी दुनिया हैरान है। कई तो इसकी तुलना ताबिलान के कब्जे कर रहे हैं। जिस तरह से अफगानिस्तान में कुछ साल पहले फिर तालिबान राज स्थापित हुआ था, सीरिया में भी वैसे ही हालात बन रहे हैं।

सीरिया में कैसे हैं हालात? Situation in Syria

सीरिया की सरकार और आर्मी पूरी तरह बैकफुट पर आ चुकी है। रूसी सेना से मदद मिल रही है, इजरायल भी इन विद्रोहियों को अपना दुश्मन मानात है, लेकिन फिर भी जमीन पर अभी तक कोई एकजुटता नहीं दिख पाई है। इसी वजह से कई सालों बाद सीरिया ने अपना एक बड़ा शहर गंवा दिया है। हैरानी की बात यह है कि कई मासूम लोगों की मौत हुई है, आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। मिडिल ईस्ट में अशांति का नया केंद्र सीरिया बनता दिख रहा है।

कौन है अबू मोहम्मद अल जोलानी (Abu Mohammad Al Jolani)

बड़ी बात यह है कि यह विद्रोही सिर्फ सीरिया की सरकार को ही अपना दुश्मन नहीं मानते हैं, इनकी नजरों में तो यहूदी समाज भी इनका दुश्मन है। इस वजह से सीरिया में हो रहे बवाल का असर इजरायल में भी देखने को मिल सकता है। यानी कि युद्ध के कई मोर्चे मिडिल ईस्ट में फिर खुल सकते हैं। अब यह विद्रोही जो सीरिया में बवाल काट रहे हैं, इसका सरगना अबू मोहम्मद अल जोलानी (Abu Mohammad Al Jolani) है। उसके कारनामे इतने खतरनाक है कि अमेरिका ने भी उस पर 10 मिलियन डॉलर का इनाम ठोक रखा है।

जितना सक्रिय जोलानी, उतनी कम उसकी जानकारी

लेकिन इसके बावजूद अबू मोहम्मद अल जोलानी का साम्राज्य बढ़ता चला गया है, उत्तरी-पश्चिमी सीरिया के तो कई इलाकों में उसकी अब तूती बोलती है। इसी वजह से सरकार को भी उसको खदेड़ना काफी मुश्किल साबित हो रहा है। हैरानी की बात यह है कि जिस जोलानी को लेकर पूरी दुनिया में चर्चा हो रही है, उसकी निजी जिंदगी की जानकारी उतनी ही सीमित है। आज भी कोई ऐसी पुख्ता जानकारी नहीं है कि वो पैदा कब हुआ था।

कहां पैदा हुआ, अलकायदा के संपर्क में कब आया?

संयुक्त राष्ट्र तो कहता है कि 1975 से 1979 के बीच में उसका जन्म हुआ था, उसकी शुरुआती जिंदगी सऊदी अरब में बीती थी। लेकिन अमेरिकी टीवी नेटवर्क पीबीएस को दिए एक इंटरव्यू में जोलानी ने अपनी जन्मतिथि 1982 बताई है, उसका कहना है कि वो सऊदी अरब के रियाद में हुआ था। उस देश में जोलानी के पिता पेट्रोलियम इंजीनियर की नौकरी किया करते थे। खुद जोलानी मेडिकल का स्टूडेंट रहा है, लेकिन बाद में अलकायदा के संपर्क में आते ही उसकी दिशा बदल गई। 2003 में अमेरिका में जो हमला हुआ था, उसमें भी इस जोलानी का नाम सामने आया था।

सीरिया में गृह युद्ध – Civil War in Syria

बताया जाता है कि लेबनान जाकर भी इसके वहां के आतंकियों को ट्रेनिंग दी थी, फिर कुछ महीनों के लिए यह अमेरिका के हत्थे भी चढ़ा और इसे जेल में सजा काटनी पड़ी। लेकिन ऐसी खबरें हैं कि 2011 से यह सीरिया वापस लौट आया था और तभी से बसर असद की सरकार पर खतरा मंडराता रहा। अब तो जब जोलानी पूरी तरह फिर एक्टिव हो गया है, सीरिया में गृह युद्ध जैसी स्थिति बन चुकी है, हर बीतते दिन के सात हालात बिगड़ रहे हैं। वैसे हालात तो सीरिया के इसलिए भी खराब हैं क्योंकि लेबनान में इजरायल की तबाही के बाद से ही कई लोगों ने उसके देश का रुख किया था। ऐसे में पलायन करने वाले लोगों की आबादी भी सीरिया में आ चुकी है। और ज्यादा जानने के लिए यहां क्लिक करें