स्वीडन की एक अपीली अदालत शुक्रवार (16 सितंबर) को यह फैसला करेगी कि वर्ष 2010 के बलात्कार के मामले में विकीलीक्स के संस्थापक जूलियन असांज के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट बरकरार रखा जाए या नहीं। असांज को डर है कि इससे चलते उन्हें अमेरिका प्रत्यर्पित किया जा सकता है। असांज खुद पर लगे इन आरोपों को हमेशा नकारते रहे हैं। असांज ने बलात्कार के आरोपों के संबंध में पूछताछ के लिए स्टॉकहोम जाने से हमेशा मना किया है। असांज को डर है कि स्टॉकहोम जाने पर स्वीडन अफगानिस्तान और ईराक में युद्ध संबंधी 5,00,000 गोपनीय सैन्य दस्तावेज विकीलीक्स द्वारा जारी करने को लेकर उन्हें अमेरिका प्रत्यर्पित सकता है। यूरोपीय गिरफ्तारी वारंट के संबंध में स्वीडन की अदालत आज आठवीं बार सुनवाई करेगी। इससे पहले की सभी सात सुनवाई में फैसला असांज के खिलाफ रहा है।
असांज के गिरफ्तारी वारंट पर स्वीडन कोर्ट सुनाएगी फैसला
असांज को डर है कि स्टॉकहोम जाने पर स्वीडन अफगानिस्तान और ईराक में युद्ध संबंधी 5,00,000 गोपनीय सैन्य दस्तावेज विकीलीक्स द्वारा जारी करने को लेकर उन्हें अमेरिका प्रत्यर्पित सकता है।
Written by एएफपी
स्टॉकहोम

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First published on: 16-09-2016 at 14:51 IST