अमेरिका, यूरोप समेत दुनिया के कई हिस्सों में 21 अगस्त, 2017 को पूर्ण सूर्य ग्रहण दिखाई देगा। ऐसा संयोग 99 सालों के बाद आया है। इसलिए अमेरिका समेत यूरोप के कई देशों में लोग इसे एक त्योहार के रूप में मनाने को उत्सुक हैं। इसके लिए तैयारियां भी जोर-शोर से चल रही है। वाशिंगटन डीसी के कई दफ्तरों में सोमवार को सूर्य ग्रहण तक के काल यानी सुबह 10.15 बजे से लेकर दोपहर 3 बजे तक कर्मचारियों के लिए मौज मस्ती और सूर्य ग्रहण का नजारा देखने के लिए खास इंतजाम किए गए हैं। कंपनी ने कर्मचारियों को सुरक्षा के लिए एडवायजरी भी जारी किया है।
अमेरिकी शहर सेंट लुईस स्थित हेडक्वार्टर में इमर्सन इलेक्ट्रिक्स ने अपने 1400 कर्मचारियों को यह मौका दिया है कि वो या तो काम करें या मर्जी हो तो पूर्ण सूर्य ग्रहण का नजारा देखें। कंपनी ने इसके लिए कर्मचारियों को आईएसओ सर्टिफाइड ग्लासेस भी मुहैया कराए हैं ताकि लोग सुरक्षित तरीके से इस ऐतिहासिक खगोलीय घटना का लुत्फ उठा सकें। इस दौरान इस दफ्तर में करीब पांच घंटे तक कर्मचारी काम नहीं करेंगे। अनुमान है कि इससे कंपनी की उत्पादकता पर बुरा असर पड़ेगा और करोड़ों रुपये का नुकसान होगा।
मोनसेंटो नामक कंपनी ने सेंट लुईस हेडक्वार्टर को 21 अगस्त को बंद रखा है और अपने 4000 कर्मचारियों को उस दिन छुट्टी दे दी है। कंपनी की ग्लोबल टैलेंट वाइस प्रेसिडेन्ट मेलिसा हार्पर के मुताबिक उनकी कंपनी के 70 फीसदी कर्मचारी विज्ञान आधारित कार्यों में संलिप्त हैं, इसलिए उन्हें इस खगोलीय घटना का गवाह बनने के लिए कंपनी ने ऐसी व्यवस्था की है।
शहर के कई होटल्स और रेस्टोरेंट के साथ-साथ कई कंपनियां ऐसी हैं जो अपने कर्माचरियों के लिए 21 अगस्त का दिन स्पेशल बनाने जा रही है। इन कंपनियों ने अपने कर्मचारियों को उस दिन उपस्थित रहने की सलाह दी है ताकि शहर से बाहर कहीं जाकर एक साथ इस खगोलीय घटना का आनंद उठा सकें।
कहां-कहां और कब पड़ेगा सूर्य ग्रहण:
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने भी इसके लाइव टेलीकास्ट की व्यवस्था की है। जिस वक्त यह सूर्य ग्रहण लगेगा उस वक्त भारत में रात होगी लेकिन अमेरिका में दिन होते हुए भी अंधकार होगा। भारतीय समय के अनुसार यह सूर्य ग्रहण 21 अगस्त की रात्रि 9 बजकर 16 मिनट से आरंभ होगा और रात्रि में 2 बजकर 34 मिनट पर समाप्त होगा। इस बार पूर्ण सूर्य ग्रहण दोनों अमेरिकी महाद्वीप के अलावा यूरोप, उत्तर पूर्व एशिया, उत्तरी-पश्चिमी अफ्रीका, प्रशांत महासागर, अटलांटिक महासागर के अधिकांश हिस्सों में दिखेगा। बता दें कि जब चन्द्रमा, पृथ्वी और सूर्य के बीच से गुजरता है तब ‘सूर्य ग्रहण’ कहलाता है। इस खगोलीय घटना से धरती के कुछ हिस्सों में सूर्य नजर नहीं आता है।