भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स की सेहत को लेकर इन दिनों कई अटकलें लगाई जा रही हैं। इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) पर लंबे समय से मौजूद विलियम्स की हालिया तस्वीरों में वे काफी कमजोर दिखाई दे रही हैं, जिससे उनके स्वास्थ्य पर सवाल उठने लगे। इस बीच, खुद सुनीता विलियम्स ने इस बारे में स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि उनकी तबीयत बिल्कुल ठीक है और चिंता की कोई बात नहीं है।
कुछ दिन पहले सामने आई तस्वीरों से कई तरह की अटकलें लगाई जा रही थीं
दरअसल, कुछ दिन पहले सामने आई तस्वीर में सुनीता के गाल धंसे हुए और शरीर दुबला दिख रहा था, जिससे कयास लगाए गए कि अंतरिक्ष में रहने का उनकी सेहत पर प्रतिकूल असर पड़ा है। इस पर नेशनल एयरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (NASA) को बयान जारी करके उनकी स्वास्थ्य स्थिति पर लोगों की चिंताओं को दूर करना पड़ा। नासा के प्रवक्ता जिमी रसेल ने बताया कि सभी अंतरिक्ष यात्रियों का नियमित चिकित्सा परीक्षण होता है और उनके स्वास्थ्य पर निगरानी रखने के लिए फ्लाइट सर्जन मौजूद रहते हैं। उन्होंने कहा कि विलियम्स सहित सभी अंतरिक्ष यात्री स्वस्थ हैं।
विलियम्स ने खुद भी इन अटकलों को खारिज करते हुए बताया कि अंतरिक्ष में उनकी शारीरिक स्थिति में हुए बदलाव का कारण ‘फ्लुइड शिफ्ट्स’ है। उन्होंने कहा कि स्पेस में शरीर में फ्लुइड्स का अलग तरह से प्रवाह होता है, जिससे चेहरे का आकार बदल जाता है और सिर थोड़ा बड़ा दिखने लगता है। उन्होंने इस पर जोर दिया कि अंतरिक्ष में लंबे समय तक रहने के बावजूद उनकी तबीयत ठीक है, और वजन घटने की खबरों का खंडन किया। उल्टे, उन्होंने कहा कि उनका वजन थोड़ा बढ़ गया है और उन्होंने इस बदलाव का कारण नियमित स्क्वॉट्स और व्यायाम बताया। उनका कहना था, “मेरी जांघे और बट कुछ बड़े हो गए हैं।”
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एक रिपोर्ट के अनुसार, सुनीता ने लगभग 140 पाउंड (63 किलो) वजन के साथ अपना मिशन शुरू किया था। हालांकि, लगातार अंतरिक्ष में रहना शरीर पर असर डालता है, और यह विलियम्स के मामले में भी हुआ। आईएसएस पर 155 दिन से अधिक समय बिताने के बाद उनकी शारीरिक स्थिति में बदलाव देखने को मिला है। इस समय वे स्पेसएक्स क्रू ड्रैगन कैप्सूल के जरिए वापस लौटने का इंतजार कर रही हैं, जो फरवरी में संभव है।
वहीं, नासा के एक कर्मचारी ने एक इंटरव्यू में कहा कि अंतरिक्ष में कई महीनों तक रुकने से वजन कम होना सामान्य बात है। विलियम्स के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए नासा उनके पोषण और वजन पर विशेष निगरानी रखे हुए है। नासा ने साफ किया कि उनकी प्राथमिकता विलियम्स की सेहत को बनाए रखना है, ताकि मिशन समाप्ति के बाद वे सुरक्षित और स्वस्थ तरीके से पृथ्वी पर लौट सकें।
विलियम्स और उनके साथी बैरी विलमोर की आईएसएस पर मात्र आठ दिनों के लिए रुकने की योजना थी, लेकिन तकनीकी दिक्कतों के चलते उनका वापसी का समय आगे बढ़ गया है। इसके कारण उन्हें अंतरिक्ष में अधिक समय बिताना पड़ रहा है, जो स्वास्थ्य पर अस्थायी असर डाल सकता है। अंतरिक्ष के प्रतिकूल वातावरण में वजन और शारीरिक संतुलन बनाए रखना चुनौतीपूर्ण होता है, जिससे भविष्य के मिशनों के लिए इस तरह के अध्ययन महत्वपूर्ण बनते हैं।
इस प्रकार, अंतरिक्ष में मौजूद सुनीता विलियम्स की सेहत को लेकर जो चर्चाएं चल रही थीं, वह अब काफी हद तक साफ हो चुकी हैं। खुद विलियम्स और नासा ने इन चर्चाओं को शांत करने के लिए जानकारी साझा की है और भरोसा दिलाया है कि उनकी स्थिति स्थिर और नियंत्रण में है।
