राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन की अध्यक्षता वाली तुर्की की शीर्ष सुरक्षा इकाई ने कहा है कि 15 जुलाई को हुई तख्तापलट की कोशिश के चलते लगाए गए आपातकाल की अवधि बढ़ाई जानी चाहिए। आपातकाल की तीन महीने की अवधि अक्तूबर में खत्म होने जा रही है। अंकारा में एर्दोगन के राष्ट्रपति आवास पर एक बैठक के बाद राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद् (एमजीके) ने बुधवार (28 सितंबर) को एक बयान में कहा, ‘हमारे लोकतंत्र, कानून के शासन, हमारे नागरिकों के अधिकारों और आजादी की सुरक्षा सुनिश्चित करना के लिए आपातकाल की अवधि को बढ़ाने की सिफारिश का फैसला लिया गया।’ न्याय मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक अब तक तख्तापलट के कथित 32 हजार समर्थकों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
तख्तापलट की नाकाम कोशिश के एक सप्ताह से भी कम समय के भीतर 20 जुलाई को एर्दोगन ने तीन माह के आपातकाल की घोषणा कर दी थी। यह अवधि अक्तूबर मध्य में खत्म हो रही है। एमजीके के बयान में आपातकाल की नई अवधि की औपचारिक घोषणा तो की गई लेकिन यह नहीं बताया गया कि क्या नए आपातकाल की अवधि भी तीन माह ही होगी। बयान में कहा गया कि परिषद् ने यह भी सिफारिश की है कि भविष्य में 15 जुलाई को तुर्की के वार्षिक ‘लोकतंत्र एवं स्वतंत्रताओं के दिवस’ के रूप में मनाया जाए।