रूस की जांच समिति ने कहा कि सेंट पीटर्सबर्ग में स्टेशन पर अकबर जान दजालिलोव नामक युवक ने हमला किया और दूसरा बम भी उसी ने रखा था जिसे निष्क्रिय कर दिया गया। जांच समिति ने एक बयान में कहा, जांच में सेंट पीटर्सबर्ग मेट्रो में विस्फोट करने वाले व्यक्ति की पहचान हुई है। यह हमलावर अकबर जान दजालिलोव था। इस हमले में 14 लोग मारे गए थे। इससे पहले जांच अधिकारियों ने एक बयान में कहा, यह स्थापित हो गया है कि विस्फोटक डिवाइस को शायद उसी व्यक्ति ने सक्रिय किया, जिसके शरीर के अवशेष मेट्रो के तीसरे डिब्बे में मिले। यह अभी स्पष्ट नहीं है कि क्या इस संदिग्ध आत्मघाती हमलावर को भी मारे गए लोगों में गिना गया है या नहीं। उधर, किर्गिस्तान में सुरक्षा सेवाओं के एक प्रवक्ता ने आज (4 अप्रैल) कहा कि सेंट पीटर्सबर्ग मेट्रो में हमला करने वाला आत्मघाती हमलावर किर्गिस्तान का नागरिक अकबर जान दजालिलोव था। उसकी उम्र करीब 22 साल थी। उन्होंने कहा, ऐसी संभावना है कि उसने रूस की नागरिकता हासिल की थी।
रूस की जांच समिति ने कहा कि वह 3 अप्रैल को दोपहर में हुए हमले की जांच आतंकी हमले के मामले के तौर पर कर रही है और वह इस विस्फोट के सभी संभावित कारणों की जांच करेगी। हमले की किसी ने तत्काल जिम्मेदारी नहीं ली। यह हमला ऐसे समय में किया गया है जब हाल में आईएसआईएस ने सीरिया में जेहादियों के खिलाफ रूसी सैन्य हस्तक्षेप का बदला लेने के लिए उस पर हमले करने का ऐलान किया था। रूस की एफएसबी खुफिया सेवा के अनुसार 2900 रूसी समेत पूर्व सोवियत देशों के कम से कम 7000 नागरिक इराक एवं सीरिया में जिहादी समूहों में शामिल हुए है।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सेंट पीटर्सबर्ग में हुए विस्फोट को एक भयानक घटना करार देते हुए इसकी निंदा की है और ‘हिंसा के इस कृत्य’ की जांच में रूस के सामने मदद का प्रस्ताव रखा है। ट्रंप ने संवाददाताओं से कहा, भयानक। भयानक घटना। दुनिया में सभी जगह ऐसा हो रहा है। यह एक अत्यंत भयानक घटना है।’ इस दौरान ट्रंप के साथ मिस्र के राष्ट्रपति अब्दुल अल सीसी भी थे। व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव सीन स्पाइसर ने कहा कि अमेरिका हिंसा के इस कृत्य की निंदा करता है। उन्होंने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट की।
