श्रीलंका में गुरुवार को संसदीय चुनाव के लिए हुए मतदान के परिणाम सामने आ गए हैं। श्रीलंका के निर्वाचन आयोग द्वारा घोषित आधिकारिक परिणामों के अनुसार, राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके की पार्टी ‘नेशनल पीपुल्स पावर’ ने संसद में बहुमत हासिल कर लिया। NPP को 113 सीटें हासिल हुई हैं।
श्रीलंका के निर्वाचन आयोग की वेबसाइट द्वारा पूर्वाह्न 11 बजे तक जारी आंकड़ों के अनुसार, मलीमावा (कम्पास) चिह्न के तहत चुनाव लड़ने वाली एनपीपी ने 123 सीट जीती जबकि 171 सीटों पर परिणाम की घोषणा हो चुकी है। कुल 196 सीटों में से 25 सीटों के परिणाम घोषित होने बाकी हैं। राष्ट्रीय स्तर पर हुए कुल मतदान के आधार पर सभी दलों को अन्य 29 सीटें मिलने की उम्मीद है।
एनपीपी को 68 लाख या 61 प्रतिशत मत प्राप्त हुए हैं, जिससे वह अपने प्रतिद्वंद्वियों पर बढ़त बनाए हुए है। पार्टी दो तिहाई बहुमत प्राप्त करने की दिशा में आगे बढ़ रही है, क्योंकि उसे 29 सीटों में से अधिक सीटें मिलने की उम्मीद है जिससे पार्टी 225 सदस्यीय सदन में 150 सीटों के साथ पूर्ण बहुमत हासिल कर लेगी।
सितंबर 2024 में हुए राष्ट्रपति चुनाव में अनुरा दिसानायके को मिली थी जीत
श्रीलंका में 21 सितंबर 2024 को हुए राष्ट्रपति चुनाव में अनुरा दिसानायके को जीत हासिल हुई थी लेकिन वह 50 प्रतिशत से अधिक वोट हासिल करने में सफल नहीं हुए थे। जिसके बाद राष्ट्रपति पद की शपथ लेते ही दिसानायके ने संसद भंग कर नवंबर में मध्यावधि चुनाव के आदेश दिए थे।
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Sri Lanka Election: कई दिग्गज इस बार नहीं थे चुनाव मैदान में
इस चुनाव में 690 राजनीतिक दल और स्वतंत्र उम्मीदवार श्रीलंका के 22 चुनावी जिलों में सीटों के लिए प्रतिस्पर्धा कर रहे थे। सितंबर के राष्ट्रपति चुनाव में दिसानायके से हारने वाले विक्रमसिंघे 1977 के बाद पहली बार संसदीय चुनाव नहीं लड़े। महिंदा, गोटबाया, चामल और बासिल राजपक्षे भी इस बार चुनाव मैदान में नहीं उतरे थे।
श्रीलंका के आर्थिक संकट में फंसने के बाद यह पहला संसदीय चुनाव था। लगभग गृह-युद्ध जैसी स्थितियों और महीनों के सार्वजनिक विरोध के कारण तत्कालीन राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे को भागना पड़ा था।
(Input- Bhasha)