आर्थिक संकट से जूझ रहे पड़ोसी देश श्रीलंका के हालात खराब होते जा रहे हैं। सरकार के खिलाफ लोगों में जबरदस्त गुस्सा है और बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर उतर चुके हैं। प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति भवन पर कब्जा कर दिया है। इस्तीफा देने को लेकर बढ़ते दबाव के बीच राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे राष्ट्रपति भवन छोड़कर भाग चुके हैं। इस बीच, एक वीडियो सामने आया है, जिसमें देखा जा सकता है कि श्रीलंकाई नौसेना के जहाज पर सूटकेस लोड किए जा रहे हैं। स्थानीय मीडिया का दावा है कि ये सूटकेस राष्ट्रपति राजपक्षे के थे।

सामने आए वीडियो में देखा जा सकता है कि एसएलएनएस गजबाहू जहाज पर तीन लोग बड़े-बड़े सूटकेस लेकर जा रहे हैं। तीनों लोग जल्दी में हैं और उन्हें वीडियो में भागते हुए देखा जा सकता है।

न्यूज वन चैनल के मुताबिक, कोलंबो पोर्ट के हार्बर मास्टर ने कहा कि एक ग्रुप एसएलएनएस सिंदुरला और एसएलएनएस गजबाहू पर सवार हुआ और बंदरगाह से निकल गया। उन्होंने जहाज पर सवार लोगों के बारे में कोई जानकारी देने से इनकार कर दिया।

सूत्रों के मुताबिक, कल रात राष्ट्रपति को सेना मुख्यालय में शिफ्ट कर दिया गया था। इससे पहले, सामने आए वीडियो में वीआईपी वाहनों के एक काफिले को कोलंबो अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे की तरफ जाते हुए देखा गया, जहां श्रीलंका एयरलाइंस का एक विमान इंतजार में खड़ा था। हालांकि, इस बात की पुष्टि नहीं हो सकी कि राष्ट्रपति ने देश छोड़ दिया है। राष्ट्रपति के वर्तमान ठिकाने के बारे में कोई जानकारी नहीं है। इस बीच, प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति भवन और कार्यालय दोनों जगहों पर कब्जा कर लिया है।

राष्ट्रपति भवन के स्विमिंग पुल में डुबकी लगाते नजर आए लोग: बिल्डिंग के अंदर के वीडियो फुटेज में सैकड़ों प्रदर्शनकारी कमरों और गलियारों के भीतर दिखाई दे रहे हैं। जबकि सैकड़ों लोग बाहर के ग्राउंड के आसपास देखे गए हैं। कुछ वीडियो क्लिप में बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी राष्ट्रपति भवन के स्विमिंग पुल में डुबकी लगाते नजर आ रहे हैं।

राष्ट्रपति राजपक्षे के इस्तीफे की मांग को लेकर फोर्ट इलाके में बड़ी संख्या में जुटे प्रदर्शनकारियों और सुरक्षाबलों के बीच झड़प हुई है, जिसमें दो पुलिसकर्मियों समेत करीब 30 लोग घायल हो गए हैं। दूसरी तरफ, श्रीलंका के पीएम रानिल विक्रमसिंघे ने इस्तीफे की पेशकश की है। प्रधानमंत्री के मीडिया प्रभाग ने कहा कि सर्वदलीय सरकार बनने और संसद में बहुमत साबित होने के बाद वह प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देंगे।