श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे के बड़े पुत्र को कोलंबो में एक भारतीय कंपनी की संलिप्तता वाली 65 करोड़ डॉलर की रियल एस्टेट परियोजना के सिलसिले में कथित वित्तीय अनियमितताओं के लिए सोमवार (11 जुलाई) को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने बताया कि नमल राजपक्षे (30) ने भारत के कृष ग्रुप के साथ सौदे के सिलिसिले में वित्तीय अपराध डिवीजन में अपना बयान दर्ज कराया जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।

कृष ग्रुप ने 2013 में कोलंबो के मध्य व्यापारिक फोर्ट जिले में 65 करोड़ डॉलर का एक रियल इस्टेट उपक्रम शुरू करने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किया था। आरोप था कि कोलंबो में एक प्रमुख स्थान पर सम्पत्ति हासिल करने के लिए पूर्व राजपक्षे शासन के सदस्यों को रिश्वत का भुगतान किया गया था। वित्तीय अपराध डिवीजन की जांच समझौते के सिलसिले में व्यक्तियों को 45 करोड़ रुपए के कथित कमीशन के भुगतान को लेकर थी।

खबरों में कहा गया है कि यूनाइटेड पीपुल्स फ्रीडम अलायंस (यूपीएफए) के हंबनतोता जिला सांसद नमल को एक रग्बी मैच का वित्तपोषण करने के लिए कृष ग्रुप की ओर से दी गई धनराशि का इस्तेमाल निजी तौर पर उपयोग करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। परियोजना पर तब रोक लगा दी गई जब शहरी विकास प्राधिकरण ने संविदात्मक दायित्व पूरा करने में असफल रहने के लिए कृष ग्रुप पर जुर्माना लगाया। समूह ने आरोप से इनकार किया है और कहा है कि उन्होंने सरकार को सभी देय राशि का भुगतान कर दिया है।