दक्षिण कोरिया की राष्ट्रपति पार्क गियून-हाय के दफ्तर से भारी मात्रा में वायग्रा की गोलियां बरामद की गई है। पहले भी राष्ट्रपति के व्यक्तिगत जिंदगी को लेकर सवाल उठते रहे हैं। राष्ट्रपति पर भ्रष्टाचार के आरोप भी लगे चुके हैं। लेकिन अब यह नया खुलासा कुछ रोचक है। वियाग्रा का इस्तेमाल पुरुषों की उत्तेजना बढ़ाने के लिए इस्तेमाल की जाती है। हालांकि, सरकार ने इसकी सफाई देते हुए कहा है कि ऊंचाई से होने वाली बीमारी से बचाव के लिए ये वियाग्रा खरीदी गई थीं।

बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक राष्ट्रपति दफ्तर ने बयान जारी करके कहा है कि 364 वियाग्रा और अन्य जेनेरिक पिल्स खरीदी गई थीं। ये गोलियां पूर्वी अफ्रीका के दौरान ऊंचाई से होने वाली बीमारियों से निपटने के लिए खरीदी गई थीं। हालांकि, उन गोलियों का कभी इस्तेमाल नहीं किया गया। साथ ही बताया कि यह गोलियां राष्ट्रपति की इथोपिया, केन्या और उगांडा की यात्रा के दौरान उनके साथियों और कर्मचारियों के लिए खरीदी गई थीं। गियून-हाय पर यह भी आरोप लग चुका है कि उनके फैसलों को उनका एक पुरुष दोस्त प्रभावित भी करता है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक इस खबर के बाद से साउथ कोरिया के ऑनलाइन न्यूज पॉर्टल्स पर सबसे ज्यादा बार वियाग्रा शब्द सर्च किया गया है। यह खुलासा संसद में विपक्षी दल डेमोक्रेटिक पार्टी ने किया है। राष्ट्रपति के ब्लू हाउस ने दिसंबर में 364 गोलियां खरीदी थीं। इनमें ब्लू वियाग्रा की गोलियां भी शामिल हैं। न्यूज पोर्टल एबीसी ने डेमेक्रेटिक पार्टी के सांसद किम संग-ही के हवाले से लिखा गया है कि इनमें ड्रग्स के जेनेरिक वर्जन भी शामिल हैं।

पिछले सप्ताह एक टीवी शो के स्टार ने खुलासा किया था कि राष्ट्रपति ने एक बार एक ब्यूटी और डेटॉक्स क्लिनिक उसका झूठा नाम इस्तेमाल किया था। इसके बाद से इस स्टार के नाम की साउथ कोरिया में काफी चर्चा रही।

हालही में भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर दो छोटी विपक्षी पार्टियों ने सहित डेमोक्रेटिक पार्टी ने उन्हें पद से हटाने की वकालत की थी। सांसदों पर पार्क को बेदखल करने का जनता की ओर से भारी दबाव है, देशभर में उन्हें हटाने की मांग को लेकर हजारों की संख्या में लोग हर हफ्ते प्रदर्शन कर रहे हैं। हालांकि महाभियोग की प्रक्रिया कई महीने लंबी खिंच सकती है। पार्क का पांच साल का कार्यकाल फरवरी 2018 में खत्म होना है। विपक्षी डेमोक्रेटिक पार्टी की प्रमुख चू मी ऐ ने कहा, ‘महाभियोग के तरीके और समय पर हम तत्काल विचार करेंगे और इसके लिए एक उप समिति का गठन भी करेंगे।’