दक्षिण एशिया के एक मानवाधिकार समूह ने ट्रंप प्रशासन की आव्रजन नीतियों की निंदा करते हुए कहा कि अमेरिका में अवैध रूप से रहने वाले करीब 4,50,000 भारतीय प्रवासियों को प्राधिकारियों द्वारा निशाना बनाया जा सकता है। समूह ने कहा कि मैक्सिको, अल सल्वाडोर और ग्वाटेमाला के बाद अमेरिका में बिना दस्तावेजों के निवास करने वाली चौथी सबसे बड़ी आबादी भारतीय है। गृह सुरक्षा विभाग ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के गैरकानूनी प्रवासियों संबंधी शासकीय आदेश को लागू करने के लिए दो विस्तृत ज्ञापन जारी किए थे जिसके एक दिन बाद समूह ने यह बात कही। साउथ एशियन अमेरिकन्स लीडिंग टूगेदर (एसएएएलटी) ने बुधवार (22 फरवरी) को कहा कि यह ज्ञापन आगे दक्षिण एशियाई और सभी प्रवासी समुदायों का दर्जा और गिराते हुए उन्हें द्वितीय श्रेणी के नागरिक के तौर पर दिखाएगा और यह अमेरिका के उस दावे पर भी सवाल खड़े करता है जिसमें वह अमेरिका को प्रवासियों के लिए सर्वोत्कृष्ट देश बताता है।’ ‘एसएएएलटी’ की कार्यकारी निदेशक सुमन रघुनाथन ने कहा, ‘राष्ट्रपति की प्रवासी विरोधी नीतियों का पैमाना बहुत चरम है और ऐसा प्रतीत होता है कि नया प्रशासन उन आदेशों के जरिए प्रवासी समुदायों को निशाना बनाने और उनको बदनाम करने पर तुला है जो सक्रिय रूप से सुरक्षा को कमजोर और कानून प्रवर्तन में जनता का विश्वास कम करता है।’

अमेरिकी गृह सुरक्षा प्रमुख ने ग्वातेमाला में आव्रजन संबंधी चर्चा की

अमेरिकी गृह सुरक्षा मंत्री जॉन केली के ग्वातेमाला दौरे में क्षेत्रीय सुरक्षा संबंधी मुद्दे और मध्य अमेरिका के लाखों अमेरिकी अप्रवासियों को वापस लौटाने की अमेरिका की योजना संबंधी बातें ही छाई रही। ग्वातेमाला में केली के समकक्ष ने यह जानकारी दी। गृह मंत्री फ्रांसिस्को रिवास ने कल बताया कि उन्होंने और केली ने इन मुददों पर चर्चा की। केली मंगलवार (21 फरवरी) को यहां पहुंचे थे और उन्होंने ग्वातेमाला के राष्ट्रपति जिम्मी मोराल्स के साथ निजी बातचीत की थी। संवाददाताओं को मोराल्स के साथ उनकी बैठक की तस्वीरें नहीं लेने दी गई। नेताओं ने कोई संवाददाता सम्मेलन भी आयोजित नहीं किया। रिवास ने बताया कि गृहसुरक्षा विभाग के प्रमुख के साथ बातचीत आव्रजन और मादक पदार्थ गिरोहों तथा मध्य अमेरिका में सक्रिय हिंसक गिरोहों जैसे दोनों देशों को प्रभावित करने वाले आपराधिक तत्वों के इर्दगिर्द ही केंद्रित रही।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आव्रजन को कम करने तथा अमेरिका में लगभग 1.1 करोड़ गैर दस्तावेजी आव्रजकों को वापस भेजने की बात कही थी जिससे मध्य अमेरिका के कुछ देश बेचैन हो उठे क्योंकि बड़ी संख्या में अप्रवासी उन्हीं देशों से हैं। अमेरिका में अवैध अप्रवासियों की धर पकड़ के लिए केली ने मंगलवार को कड़े आदेश जारी किए थे। गुरुवार (23 फरवरी) को केली और ट्रंप शासन के विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन मेक्सिको जाएंगे और राष्ट्रपति एनरिक पेना नीटो से मुलाकात करेंगे।