क्यूबेक सिटी की एक मस्जिद में शाम की नमाज के दौरान की गयी गोलीबारी में छह लोगों की मौत हो गई और कई अन्य लोग घायल हो गए। कनाडा के प्रधानमंत्री ने इसे आतंकवादी घटना बताया। पुलिस ने दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया है जिनमें से एक ने 911 नंबर पर फोन कर कहा था कि उसके पास हथियार हैं लेकिन वह आत्मसमर्पण करने के लिए तैयार है। रविवार (29 जनवरी) रात जब क्यूबेक इस्लामिक कल्चरल सेंटर में गोलीबारी शुरू हुई तब वहां 50 से अधिक लोग थे। यूनिवर्सिटी ऑफ क्यूबेक हॉस्पिटल की प्रवक्ता जिनीविएवी डुप्यूइस ने कहा कि छह लोगों के मारे जाने के अलावा, पांच लोगों की स्थिति नाजुक है और 12 अन्य मामूली रूप से घायल हुए हैं। मारे गए लोग 35 से 65 साल के बीच के उम्र के थे।
एक संदिग्ध को घटनास्थल पर गिरफ्तार किया गया जबकि दूसरे को ड’ओरलियेंस के पास एक पुल पर उसकी कार से गिरफ्तार किया गया जहां से उसने 911 नंबर पर फोन कर कहा था कि वह पुलिस के साथ सहयोग करना चाहता है। पुलिस ने कहा कि उन्हें नहीं लग रहा कि और भी संदिग्ध हैं लेकिन वह जांच कर रही है। पुलिस ने हमले के संभावित मकसद की जानकारी नहीं दी और संदिग्धों का नाम भी जारी नहीं किया। पुलिस ने बताया कि उनकी उम्र 25 से 35 के बीच है और उनका कोई पूर्व आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है। प्रधानमंत्री जस्टिन त्रुदू और क्यूबेक के प्रीमियर फिलिप कौइलार्ड दोनों ने हमले को आतंकी घटना बताया जो अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के कई मुस्लिम देशों पर लगाए गए वीजा प्रतिबंध के कारण दुनियाभर में बढ़े तनाव के बीच हुआ।
त्रुदू ने एक बयान में कहा ‘हम पूजा और शरण के केंद्र में मुस्लिमों पर किए गए इस आतंकी हमले की निंदा करते हैं।’ त्रुदू ने कहा, ‘मुस्लिम-कनाडाई हमारे राष्ट्रीय ताने-बाने का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं और हमारे समुदायों, शहर एवं देश में ऐसे निरर्थक कृत्यों के लिए कोई जगह नहीं है।’ प्रधानमंत्री ने कहा, ‘इस तरह की निरर्थक हिंसा देखना हृदय-विदारक है।’ उन्होंने कहा, ‘विविधता हमारी ताकत है और धार्मिक सहिष्णुता एक ऐसा मानक है, जो कनाडाई लोगों को अत्यंत प्रिय है।’ कौइलार्ड ने ट्विटर पर लिखा कि सरकार ‘क्यूबेक की जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सक्रिय है।’
उन्होंने लिखा, ‘क्यूबेक स्पष्ट रूप से इस बर्बर हिंसा की निंदा करता है। क्यूबेक में रहने वाले मुस्लिम लोगों के साथ हम एकजुटता से खड़े हैं।’ पहले भी इस मस्जिद को नफरत के कारण निशाना बनाया गया था। बीते जून में रमजान के महीने में एक सुअर का सिर मस्जिद के दरवाजे पर छोड़ दिया गया था। कनाडा की अन्य मस्जिदों को भी हालिया महीनों में नस्ली चित्रों का शिकार होना पड़ा है। क्यूबेक सिटी के मेयर रेजिस लाबेउमे ने कहा, ‘अपनी नस्ल, रंग, यौन प्रवृत्ति या धार्मिक आस्था के लिए किसी भी व्यक्ति को अपनी जान की कीमत नहीं चुकानी चाहिए।’ कल्चरल सेंटर के अध्यक्ष मोहम्मद यंगुई ने कहा कि गोलीबारी मस्जिद के पुरुषों के खंड में हुई।
इससे पहले कनाडा के आव्रजन मंत्रालय ने रविवार (29 जनवरी) को कहा था कि उनका देश ट्रंप के आदेश के कारण देश में फंसे लोगों को अस्थायी आवास अनुमति का प्रस्ताव देगा। आव्रजन मंत्री अहमद हुसैन ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘कनाडा में फंसे लोगों को मैं आश्वासन देना चाहता हूं कि एक मंत्री के रूप में मैं जरूरत पड़ने पर अपने अधिकारों का इस्तेमाल अस्थायी आवास उपलब्ध करवाने के लिए उसी तरह करूंगा जिस तरह हमने अतीत में किया था।’ ट्रंप ने अमेरिका आने वाले सभी शरणार्थियों का आगमन कम से कम 120 दिनों के लिए निलंबित कर दिया है और सात मुस्लिम बहुल देशों … ईरान, इराक, लीबिया, सोमालिया, सूडान, सीरिया और यमन से आने वाले लोगों के प्रवेश पर 90 दिन के लिए रोक लगा दी है।
